cy520520 • 2025-12-17 13:07:04 • views 287
सड़क पर शिक्षकों का शव रखकर जाम लगाए ग्रामीण। जागरण
संवाद सूत्र, हरपुर-बुदहट। जैतपुर–नंदापार मार्ग पर ट्रैक्टर-ट्राली की चपेट में आने से प्रधानाचार्य और शिक्षक की मौत के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। सोमवार रात पोस्टमार्टम के बाद जब दोनों शव पचौरी गांव पहुंचे तो स्वजन और ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। मंगलवार तड़के कटसहरा–सोनबरसा मार्ग स्थित पचौरी चौराहे पर दोनों शव रख ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी आरोपित ईंट-भट्ठा के ट्रैक्टर चालक की गिरफ्तारी और 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग कर रहे थे।
सूचना पर थाना प्रभारी हरपुर-बुदहट विवेक मिश्रा पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। भीड़ बढ़ने पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सहजनवां, गीडा, खजनी और बेलीपार थानों की पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। वहीं खजनी तहसील के एसडीएम राजेश प्रताप भी मौके पर पहुंचे और स्वजन तथा ग्रामीणों से वार्ता की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रशासन की ओर से स्वजन की मांग के अनुरूप 50 लाख रुपये मुआवजा और मृतक आश्रितों को नौकरी देने संबंधी ज्ञापन लेने के बाद सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक चला जाम और प्रदर्शन समाप्त हुआ। इसके बाद स्वजन और ग्रामीण दोनों शिक्षकों का शव लेकर सरयू नदी स्थित बिरहल घाट ले गए, जहां अंतिम संस्कार किया गया।
सुबोध, फाइल फोटो
पचौरी गांव निवासी 55 वर्षीय रामपाल चौधरी और 42 वर्षीय सुबोध गौतम क्षेत्र के नेशनल गर्ल्स इंटर कालेज, समुदा में क्रमशः प्रधानाचार्य और शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। सोमवार को दोनों एक ही बाइक से गोरखपुर जा रहे थे। खजनी थाना के जैतपुर नंदापार चौराहे के पास ट्रैक्टर-ट्राली ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी जिससे दोनों सड़क पर गिर गए।
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इसी दौरान पीछे से आ रही एक अन्य ट्रैक्टर-ट्राली ने दोनों को कुचल दिया। सुबोध कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल रामपाल चौधरी को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी भी मौत हो गई। प्रधानाचार्य की पत्नी सुनीता देवी और शिक्षक की पत्नी अनिता गौतम ने मांगों को लेकर एसडीएम खजनी को ज्ञापन सौंपा।
रामपाल, फाइल फोटो
दुकानें बंद कर दुकानदारों ने किया समर्थन
पचौरी चौराहे पर सड़क जाम के कारण कटसहरा–सोनबरसा मार्ग पर करीब छह घंटे तक यातायात पूरी तरह ठप रहा। प्रदर्शन के समर्थन में स्थानीय दुकानदारों ने दुकानें बंद रखीं। जाम के चलते आसपास के छह गांवों के स्कूली बच्चे बस न मिलने से विद्यालय नहीं जा सके, जबकि रोजमर्रा के काम से निकलने वाले लोगों को भी भारी परेशानी हुई। |
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