पटना में साइबर ठगों पर छापा
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी पटना के रामकृष्णा नगर थाना क्षेत्र में सोमवार की देर रात साइबर अपराधियों के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई उस समय सनसनीखेज हो गई, जब पुलिस को देख दो बदमाश पांचवीं मंजिल से कूद गए। इस घटना में एक बदमाश की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को इलाज के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में भर्ती कराया गया है। मृतक की पहचान नालंदा जिले के एकंगरसराय निवासी सन्नी कुमार के रूप में हुई है, जबकि घायल बदमाश वैशाली जिले के जंदाहा निवासी सोनू कुमार बताया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि रामकृष्णा नगर के सन्थुआ इलाके में स्थित अनिल कुमार के मकान में कुछ साइबर अपराधी छिपकर ठगी का धंधा चला रहे हैं।
सूचना के आधार पर रामकृष्णा नगर थाना की पुलिस टीम सोमवार रात वहां पहुंची। बताया जाता है कि मकान मालिक अनिल कुमार और उनकी पत्नी पहले तल्ले पर रहते हैं, जबकि चौथे और पांचवें तल्ले के फ्लैट साइबर अपराधियों ने किराए पर ले रखे थे।
पुलिस ने सबसे पहले चौथे तल्ले पर छापेमारी की, जहां से अंशु सिंह उर्फ विराट सिंह, सोनपुर निवासी अहसान अली और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में सामने आया कि यह गिरोह खुद को गूगल या सोशल मीडिया पर एजेंट बताकर लोगों को पतंजलि योगपीठ में इलाज कराने का झांसा देता था और फिर उनसे मोटी रकम ऐंठ लेता था।
गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस पांचवें तल्ले के फ्लैट में पहुंची। वहां चार अन्य साइबर अपराधी मौजूद थे। इसी दौरान पुलिस को मकान के पीछे से कराहने की आवाज सुनाई दी।
जब पुलिस वहां पहुंची तो देखा कि सन्नी कुमार नीचे पानी भरे स्थान पर गंभीर हालत में पड़ा हुआ है। बताया जाता है कि पुलिस के पहुंचने की भनक लगते ही वह खिड़की से कूद गया था।
पुलिस उसे तत्काल अस्पताल ले गई, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इसी बीच पांचवें तल्ले से अन्य बदमाश बेडशीट बांधकर नीचे उतरने की कोशिश करने लगे। इस दौरान सोनू कुमार सड़क पर गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि तीन अन्य साइबर अपराधी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मकान मालिक को सतर्क रहने और निगरानी करने को कहा है।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने दोनों फ्लैट से 17 मोबाइल फोन, 11 डेबिट कार्ड, तीन लैपटॉप, आठ नोटबुक और विभिन्न बैंकों की पासबुक बरामद की है।
पुलिस के अनुसार अंशु सिंह इस गिरोह का सरगना है। करीब छह महीने से यह गिरोह यहां रहकर ठगी कर रहा था और देश के कई राज्यों के लोगों को अपना शिकार बना चुका है।
पुलिस का कहना है कि ठगी से जुड़े एक मोबाइल नंबर को ट्रैक करने के बाद गिरोह तक पहुंचा गया। फिलहाल फरार तीन अपराधियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है।
साथ ही बरामद डेबिट कार्ड और बैंक खातों की जांच कर यह पता लगाया जा रहा है कि ठगी की रकम कहां-कहां भेजी गई। |
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