मरीज के पेट से निकला 8 किलो का दुर्लभ ट्यूमर, 3 घंटे में डॉक्टरों ने बचाई जान
जागरण संवाददाता, पटना। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस), पटना में डॉक्टरों ने एक जटिल और दुर्लभ सर्जरी कर मरीज को नया जीवन दिया है। सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग की टीम ने एक पुरुष मरीज के पेट से करीब आठ किलो वजनी विशाल ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल लिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
यह सर्जरी करीब तीन घंटे तक चली। मरीज बेगूसराय जिले का निवासी है, जिसे लंबे समय से तेज पेट दर्द, पेट फूलना, अपच और लगातार डकार की गंभीर समस्या थी। हालत लगातार बिगड़ने के कारण कई अस्पतालों ने इलाज से इनकार कर दिया था। इसके बाद मरीज को आईजीआईएमएस में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने चुनौतीपूर्ण सर्जरी कर उसकी जान बचाई।
संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि प्रारंभिक जांच और सीटी स्कैन में पेट के अंदर बड़े ट्यूमर का पता चला। ट्यूमर पेट की प्रमुख धमनियों और नसों से सटा हुआ था, इससे ऑपरेशन अत्यंत जोखिमभरा हो गया था। इसी कारण सर्जरी से पहले गैस्ट्रो सर्जरी, कार्डियोलॉजी, पल्मोनरी मेडिसिन और निश्चेतना विभाग के विशेषज्ञों की संयुक्त टीम तैयार की गई।
डॉ. साकेत कुमार ने बताया कि जांच में सामने आया कि ट्यूमर पेट के निचले हिस्से से लेकर नाभि के ऊपर तक फैल चुका था और आंतों से पूरी तरह चिपका हुआ था। ऐसे में डॉक्टरों के सामने सबसे बड़ी चुनौती आंतों को सुरक्षित रखते हुए ट्यूमर को निकालने की थी। अत्यंत सावधानी के साथ की गई तीन घंटे लंबी सर्जरी के बाद ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया। फिलहाल मरीज की स्थिति स्थिर है और वह तेजी से स्वस्थ हो रहा है।
डॉक्टरों के अनुसार जल्द ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। इस जटिल सर्जरी को सफल बनाने में डॉ. साकेत कुमार, डॉ. अभिमन्यु, डॉ. दानिश, डॉ. सुगीत तथा निश्चेतना विभाग के डॉ. नितिन की अहम भूमिका रही।
आईजीआईएमएस की इस सफलता ने एक बार फिर साबित किया है कि संस्थान में जटिल से जटिल बीमारियों के इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों और आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं की मजबूत व्यवस्था मौजूद है। |