जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। जिले में आवारा कुत्तों पर नियंत्रण को लेकर अब तक की गई तैयारी की समीक्षा बैठक उपायुक्त अजय कुमार ने सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में की। बैठक में आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के साथ ही उनके मानवीय प्रबंधन, सुरक्षा उपायों के क्रियान्वयन तथा विभागीय समन्वय पर विस्तृत चर्चा की गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) कार्यक्रम को सख्ती से लागू करने, स्कूलों, अस्पतालों, खेल मैदानों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों आदि स्थानों से कुत्तों को हटाने, उनकी समयबद्ध नसबंदी कराने तथा उन्हें सुरक्षित शेल्टर होम भेजने पर विशेष फोकस किया गया। बैठक में जानकारी दी गई कि फीडिंग स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं। जल्द साइन बोर्ड्स लगाए जाएंगे।
बैठक में उपायुक्त सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि जिले के सभी संवेदनशील स्थलों जैसे स्कूल, अस्पताल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, खेल मैदान आदि की सूची प्राथमिकता से तैयार की जाए। इन स्थानों पर निगरानी व्यवस्था, सुरक्षा उपाय और त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र लागू किया जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में एंटी रेबीज वैक्सीन का पर्याप्त भंडार उपलब्ध हो, ताकि कुत्तों के काटने की किसी भी घटना पर तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके। सभी नगर निकायों को कुत्तों के लिए अलग शेल्टर शेड विकसित करने के निर्देश दिए गए, जिससे पशुओं का मानवीय संरक्षण और नागरिकों की सुविधा दोनों सुनिश्चित हों।
उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि यह अभियान महज प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य सुनिश्चित करने का प्रयास है। उन्होंने विभागों को नियमित निरीक्षण, समन्वित कार्रवाई और समयबद्ध प्रगति रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। नगर निगम गुरुग्राम के संयुक्त आयुक्त प्रीतपाल ने बैठक में बताया कि आवारा कुत्तों के प्रबंधन की जिम्मेदारी दो एजेंसियों को सौंपी गई है।
निगम क्षेत्र में 78 फीडिंग स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जहां समुचित साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं। नौरंगपुर में शेल्टर होम तैयार किया गया है। नैनवाल गांव में एक एकड़ में नया शेल्टर प्रस्तावित है। मानेसर क्षेत्र में 20 फीडिंग पाइंट निर्धारित किए गए हैं। नगर पालिका फ0000रुखनगर में 16, नगर परिषद सोहना में 15 तथा नगर परिषद पटौदी-जाटोली मंडी में 30 फीडिंग स्पाट चिन्हित किए गए हैं।
उपायुक्त ने एनएचएआई तथा पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जिले में सभी ऐसे स्ट्रेच पाइंट्स की सूची बनाएं, जहां आवारा पशु अक्सर बैठते हैं, ताकि सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से आवश्यक कदम उठाए जा सकें। बैठक में एडीसी वत्सल वशिष्ठ, जीएम रोडवेज भारत भूषण गोगिया, मानेसर निगम के संयुक्त आयुक्त लोकेश यादव, सीटीएम सपना यादव सहित संबंधित विभागों के अधिकारी बैठक में मौजूद रहे। |