सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। राज्य कर विभाग गौतमबुद्धनगर ने जीएसटी चोरी के दो बड़े मामलों का पर्दाफाश कर 180 करोड़ रुपए से अधिक की फर्जी कर-ठगी पकड़ी है। जांच में सामने आया है कि दोनों फर्मों ने फर्जी दस्तावेज, फर्जी बिलिंग और बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के सहारे न केवल राजस्व नुकसान पहुंचाया, बल्कि इन फर्जी क्रेडिट्स को कई अन्य फर्मों को भी अवैध रूप से उपलब्ध कराकर अनुचित लाभ दिलाया। कासना कोतवाली पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू की है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस के मुताबिक, पहला मामला मल्टीकाम इंटरनेशनल से जुड़ा है। फर्म सर्वश्री मल्टीकॉम इंटरनेशनल का पंजीकरण प्रमोद विजय खुल्लर निवासी सेक्टर-71, नोएडा द्वारा कराया गया था। विभागीय जांच में पाया गया कि खुल्लर ने भी फर्जी दस्तावेजों पर फर्जी सप्लाई दिखाई और फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) प्राप्त किया।
सरकार को 156.88 करोड़ का नुकसान
इस फर्म द्वारा कुल 78 करोड़ 44 लाख 24,477 का कर चुराया कर बराबर राशि का अर्थदंड भी निर्धारित किया। सरकार को कुल 156.88 करोड़ के राजस्व नुकसान हुआ। टीम द्वारा घोषित व्यापार स्थल बी-15, इकोटेक एक्सटेंशन कासना की जांच में फर्म अस्तित्व में नहीं मिली। यहां भी एएनडी हाईटैक नामक दूसरी कंपनी कार्यरत पाई गई।
इस पंजीकृत फर्म से संबंधित कोई सूचना प्राप्त नहीं हो सकी। प्रमोद विजय खुल्लर के जीएसटी पोर्टल पर उपलब्ध मोबाइल नंबर से संपर्क करने का प्रयास किया गया, नंबर आउट आफ सर्विस पाया गया। दूसरा मामला सिद्धि विनायक एक्सपोर्ट्स से जुड़ा है। फर्म सिद्धि विनायक एक्सपोर्ट्स का पंजीकरण विकास मिश्रा निवासी राज नगर-2 पालम कालोनी बगडोला दक्षिण-पश्चिम दिल्ली द्वारा लिया गया था।
सूचना में विकास मिश्रा द्वारा फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर फर्जी सप्लाई दिखाई गई। इसके आधार पर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त किया और अन्य फर्मों को भी गलत लाभ पहुंचाया गया। इसमें सरकार को 24.92 करोड़ का राजस्व नुकसान हुआ।
मुख्य पता फर्जी निकला, दर्ज हुई धोखाधड़ी की FIR
जांच में फर्म द्वारा घोषित मुख्य व्यापार स्थल बी-15, इकोटेक एक्सटेंशन कासना पर पहुंचने पर वहां सिद्धि विनायक एक्सपोर्ट्स नाम की इकाई मौजूद नहीं थी। उसकी जगह एएनडी हाईटैक नामक अन्य फर्म संचालित मिली। विकास मिश्रा के जीएसटी पोर्टल पर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो महिला ने रिसीव किया।
उसने विकास मिश्रा या उक्त फर्म से किसी भी प्रकार का संबंध होने से मना कर दिया। विकास मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। सेक्टर-148 स्थित सहायक आयुक्त कर प्रशांत की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र शुक्ला नेे कहा जांच में मिले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। |