सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, आगरा। दीपावली से पहले चांदी की चांदी हुई, लेकिन बाजार बुरी तरह प्रभावित हो गया था। मूल्य ऑल टाईम हाई होकर 1.80 लाख रुपये प्रति किलोग्राम पहुंचे थे। इसका कारण मूल्यों की रफ्तार देख हर कोई खरीदार बन गया था। अपनी क्षमता अनुसार लोगों ने चांदी को भंडारित करना शुरू कर दिया था। आवक से आठ से 10 गुणा मांग बढ़ गई थी। इसने बाजार को स्थिर कर दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बाजार में एमसीएक्स से हाजिर का मूल्य 25 हजार रुपये से अधिक हो गया था। धनतेरस पर बाजार टूटा और इसके बाद टूटता ही चला गया। 30 हजार रुपये प्रति किलोग्राम हाजिर मूल्यों में अंतर आ गया। मूल्यों ने गत 20 दिनों से रफ्तार पकड़ी है और मूल्य फिर ऑल टाईम हाई होकर दो लाख रुपये प्रति किलोग्राम की रफ्तार में है।
1,79,650 रुपये हाजिर और 1,82,230 रुपये एमसीएक्स पर प्रति किलोग्राम मूल्य
चांदी का हाजिर मूल्य शुक्रवार को ढाई हजार रुपये की वृद्धि के बाद 1,79,650 रुपये प्रति किलोग्राम और एमसीएक्स पर भी इतनी ही वृद्धि के साथ 1,82,230 रुपये प्रति किलोग्राम था। वैश्विक अस्थिरता और अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ से बाजार में हलचल है। औद्योगिक क्षेत्र मेंं बढ़ता प्रयोग और विभिन्न देशों के सेंट्रल बैंक, निवेशकों का इस ओर बढ़ता रूझान भी बड़ा कारण है। ऐसे में मूल्य में निरंतर अंतर और नए-नए कयास लगाए जा रहे हैं।
दीपावली के बाद 30 हजार रुपये टूटा था बाजार, 20 दिन से फिर पकड़ी रफ्तार
थोक चांदी कारोबारी सुरेश अग्रवाल ने बताया कि अमेरिका द्वारा 50 प्रतिशत टैरिफ प्रभावी होने के बाद चांदी ने सवा लाख रुपये प्रति किलोग्राम होने के लिए दौड़ लगानी शुरू की थी, जबकि लोग डेढ़ लाख रुपये प्रति किलोग्राम का कयास लगा रहे थे। दीपावली से पहले ही चांदी ने दोनों पड़ाव पार कर लिए थे। अब जो रफ्तार शुरू हुई है, ये दो लाख को पार कर सकती है, जबकि बाजार इस दौड़ को और लंबी आंक रहा है।
दीनदयाल आनंद कुमार सराफ शोरूम के स्वामी दीपांशु अग्रवाल ने बताया चांदी का मूल्य निरंतर तेजी पर है। सहालग के खरीदार तो मिल रहे हैं, लेकिन लोगों ने खरीद का वजन घटा दिया है। मूल्य अभी अस्थिर हैं।
चांदी की अस्थिरता वैश्विक बाजार के आधार पर है। इसके मूल्यों में निरंतर तेजी हो रही है। सहालग का बाजार तो बेहतर रहा है, लेकिन मूल्यों के वृद्धि प्रभावित भी करती है। अभी और वृद्धि के कयास लगाए जा रहे हैं। नितेश अग्रवाल, अध्यक्ष, आगरा सराफा एसोसिएशन
चांदी मूल्यों ने एक बार फिर तेजी पकड़ ली है। इस बार एमसीएक्स और हाजिर में ज्यादा अंतर नहीं है, जबकि मूल्य और बढ़ने की आशंका है। मूल्य बढ़ने का कारण बढ़ते निवेशक और वैश्विक अस्थिरता ही है। ब्रज मोहन रैपुरिया, अध्यक्ष, आगरा सराफा मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन
चांदी ने फिर से जो रफ्तार शुरू की है, वह दिसंबर में ही दो लाख पार करने की दौड़ लगती है। वहीं अगले वर्ष मध्य तक ये सवा दो लाख और उससे अधिक भी पार कर सकती है। इसका कारण चांदी का उपकरणों में बढ़ता प्रयोग और सेंट्रल बैंकाें, इंवेस्टर्स का इसकी ओर रूख भी है। आनंद प्रकाश, डायरेक्टर, आभूषण ज्वेलर्स, एमजी रोड
चांदी के मूल्यों में पुन: तेजी से वृद्धि हो गई है। ऐसे में सहालग की मांग तो बनी हुई है, लेकिन थोड़ा बाजार प्रभावित है। मूल्यों में निरंतर बढ़त का कयास ही लगाया जा रहा है। वैश्विक अस्थिरता प्रमुख कारण है। राकेश अग्रवाल, एमआरजे सिल्वर हव, कमला नगर |