गौतम कुमार मिश्रा, नई दिल्ली। यात्रियों व इंडिगो के बीच भरोसे की डोर शुक्रवार को तब तार तार होती नजर आई, जब परेशानी से तंग आकर यात्रियों ने इंडिगो हाय- हाय के नारे लगाने शुरू कर दिए। यात्रियों ने कहा कि अभी तक वे जिस इंडिगो पर आंख मूंदकर भरोसा करते थे, उन्होंने पिछले दिनों उनके भरोसे को कहीं का नहीं छोड़ा। पहले उड़ान विलंबित करते चले गए, बाद में रद कर दिया और अब लगेज नहीं दे रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इंडिगो ने अपने ही यात्रियों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। यात्रियों ने इस मामले में सरकार को भी नहीं बक्शा और कहा कि सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप कर इंडिगो की जवाबदेही सुनिश्चित करनी चाहिए। यात्रियों को किराया तो वापस किया ही जाए, इस परेशानी के लिए हर्जाना भी दिया जाए।
यात्रियों ने कहा-भ्रम में रखा जा रहा
परेशान यात्रियों का आरोप था कि इंडिगो उन्हें भ्रम में रख रहा है। वाट्सएप से इंडिगो के कस्टमर केयर से बात करने पर रद उड़ानों के बारे में भी कहा जा रहा है वह विलंबित है, जाएगी। कस्टम केयर से कोई उत्तर नहीं मिल रहा है।
स्पष्ट है कि इंडिगो यात्रियों को सही बात नहीं बता रहा। वाट्सएप व कस्टमर केयर की बात अगर छोड़ भी दें तो आईजीआई एयरपोर्ट पर इंडिगो के काउंटर पर उड़ान की स्थिति से जुड़ी एक लाइन की जानकारी के लिए यात्रियाें घंटों कतार में खड़ा होना पड़ रहा है, फिर भी गारंटी नहीं है कि आपको उत्तर मिल ही जाए।
अंदर भीड़ बाहर भीड़
शुक्रवार को इंडिगो ने दिल्ली से प्रस्थान की सभी उड़ानों को मध्य रात्रि तक के लिए रद कर दिया, लेकिन इस जानकारी से अधिकांश यात्री अनभिज्ञ रहे। जो यात्री तय समय में उड़ान के लिए एयरपोर्ट पहुंच गए, वे खुद को ठगा महसूस कर रहे थे। उनका कहना था कि इंडिगो ने उन्हें उड़ानों के रद होने से जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी।
कई यात्रियों का चेकइन हो गया, कुछ यात्री तो ऐसे भी थे, जिन्हें बोर्डिंग गेट पर जाकर पता लगा कि उड़ान रद हो चुकी है। नाराज यात्री अपने गुस्से का इजहार इंडिगो के काउंटरों पर करते नजर आए। इंडिगो के काउंटरों पर हर जगह यात्रियों की भीड़ नजर आ रही थी।
उधर, टर्मिनल के बाहर की बात करें तो उड़ानों से रद होने से अनभिज्ञ यात्रियों का आना जारी था। फोरकोर्ट में पहुंचने के बाद जब उन्हें दूसरों से पता चलता कि कुछ देर पहले ही इंडिगो ने उड़ानों को रद कर दिया है तो वे बिफर पड़ते। फाेरकोर्ट एरिया में यहां वहां ऐसे सैकड़ों यात्री बैठे थे, जिन्हें उड़ानों के रद होने के बाद क्या किया जाए, इसे लेकर कुछ भी नहीं सूझ रहा था।
तीन दिन से नहीं मिल रहा लगेज
ऐसे यात्री जिनकी कनेक्टिंग उड़ानें रद हुई या जिनकी उड़ानें चेकइन के बाद रद हुए, वे लगेज के लिए यहां वहां भटकते रहे। कई यात्री ऐसे थे, जो लगेज के लिए तीन दिसंबर से ही यहां भटक रहे हैं। यात्रियों ने बताया कि लगेज नहीं मिलने के कारण वे दिल्ली से आगे की यात्रा का प्लान नहीं बना पा रहे हैं। आखिर लगेज के बिना कोई कैसे निकलेगा।
फार्म भरने को कहा जा रहा
यात्रियों ने बताया कि टर्मिनल के भीतर यात्रियों के लगेज के ढेर कई जगह यूं ही पड़े हैं। लगेज के अंदर उनके सामान सुरक्षित है या नहीं, इस बात की अब चिंता सता रही है। यात्रियों ने बताया कि लगेज के जगह जगह लगे ढेर के बीच अब इंडिगो ने यात्रियों के सवालों से बचने की नई तरकीब निकाली है। यात्रियों को एक फार्म भरने को कहा जा रहा है।
इस फाॅर्म को भरवाने का मकसद है कि आपका लगेज आपके घर पर पहुंचा दिया जाएगा, लेकिन इस फार्म भरवाने की तरकीब पर यात्रियों को भरोसा नहीं हो रहा है। यात्रियों का कहना है कि कुछ भी हो जाए वे लगेज लेकर ही जाएंगे।
लगेज के निस्तारण में ग्राउंड स्टाफ की कमी आ रही आड़े
लगेज को लेकर जो अफरातफरी है, इसके पीछे ग्राउंड स्टाफ की कमी को प्रमुख कारण बताया जा रहा है। ग्राउंड स्टाफ की जो संख्या है, वह इंडिगो ने अपनी उड़ानों की समय सारिणी के हिसाब से तय की है।
आगमन व प्रस्थान के बीच एक समयांतराल को मेंटेन किया जाता है लेकिन जब पूरी समय सारिणी गड़बड़ा गई तो उड़ानों के आवागमन को कोई तय समय नहीं रहा। अब या तो एक साथ उड़ानों के प्रस्थान का दबाव बन रहा है या फिर एक साथ कई उड़ानें पहुंच रही हैं।
कई उड़ानें रद हो रही हैं। ऐसे में लगेज का दबाव एकाएक बन रहा है, जिसे ग्राउंड स्टाफ संभाल नहीं पा रहे हैं।
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