सेक्सर्टाशन गिरोह को संरक्षण देने का आरोपित सिपाही गिरफ्तार।
जागरण संवाददाता, आगरा। सेक्सटॉर्शन मामले में कानपुर के रावतपुर थाने में तैनात सिपाही रियाज काे कमला नगर पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। कमला नगर पुलिस ने तीन दिन पहले सेक्सटॉर्शन गिरोह का पर्दाफाश करते हुए युवती उसके साथी को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। आरोपितों से पूछताछ में सिपाही रियाज का नाम सामने आया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वर्ष 2006 बैच का सिपाही रियाज आगरा कमिश्नरेट के विभिन्न थानों में 2023 तक तैनात रहा है। मामले में वांछित पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रवेश भारद्वाज और गिरोह के सरगना प्रविंद्र को भी तलाश कर रही है डीसीपी सिटी सय्यद अली अब्बास ने बताया कि आरोपित सिपाही को गिरफ्तारी कर लिया है। दो अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
कमला नगर पुलिस ने मंगलवार को शहर में सक्रिय सेक्सटार्शन गिरोह का पर्दाफाश करते हुए युवती और उसके साथी को गिरफ्तार किया था। युवती मैनपुरी के करहल थाना क्षेत्र की रहने वाली है। जबकि दूसरा आरोपित बाह निवासी गणेश शर्मा है।
युवती ने पूछताछ में बताया था कि वह बाह क्षेत्र में अपने मामा के पास रहती है। एक वर्ष पहले उसकी मुलाकात बाह के रहने वाले प्रविंद्र सिंह से हुई। प्रविंद्र ने उसकी मुलाकात अपने मित्रों रियाज और प्रवेश भारद्वाज से कराई थी। प्रवेश पूर्व जिला पंचायत सदस्य है।रियाज ने युवती को बताया था कि वह सिपाही है।कानपुर कमिश्नरेट में तैनात है।
पुलिस पूछताछ में युवती ने बताया कि ऑनलाइन गेम में हारने पर दो लाख रुपये कर्जा हो गया था। जिसे चुकाने के लिए प्रविंद्र से मदद मांगी तो उसने यह रास्ता बताया। प्रविंद्र उसके लिए शिकार खोजता था। वह इंस्टाग्राम पर लोगों की पोस्ट व स्टेटस से उनकी आर्थिक स्थिति का अनुमान लगाता था। इसके अलावा विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होता और वहां आने वाले लोगों के बारे में जानकारी करता।
लोगों की इंस्टाग्राम आईडी और उनके मोबाइल नंबर उपलब्ध कराता था। वह लोगों को मिस्ड काल करती, पलटकर काल आने पर उनसे बात करके अपने जाल में फंसाती थी। साथ ले जाकर मोबाइल में डाउनलोड एप से आपत्तिजनक वीडियो बनाकर प्रविंद्र को देती थी।
बाकी काम प्रविंद्र, रियाज, प्रवेश भारद्वाज और गणेश करते थे। शिकार से रकम वसूलने के बाद 80 हजार से एक लाख रुपये तक उसे देते थे।सिपाही रियाज वसूली करने वालों की मदद करता था। युवती से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने खुद को कानपुर कमिश्नरेट में तैनात बताने वाले सिपाही रियाज का मोबाइल नंबर हासिल किया।
गिरोह की ऑडियो रिकार्डिंग हो रही इंटरनेट मीडिया में प्रसारित
सेक्सटार्शन गिरोह द्वारा ब्लैकमेलिंग और वसूली का आडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो रहा है। हालांकि जागरण इस आडियो की पुष्टि नहीं करता। जाल में फंसा व्यक्ति गिरोह के किसी सदस्य से 10 लाख रुपये अधिक बताते हुए रकम कम कराने को कह रहा है। जिस पर गिरोह का सदस्य युवती के बारे में कह रहा है कि वह बहुत तेज है, इतनी आसानी से नहीं मानेगी।
प्रसारित ऑडियो की बातचीत के प्रमुख अंश
पीडित: पांच लाख तो बहुत हैं, कुछ तो कम कर लो मेरे भैया।
मध्यस्थ: अब तुम मुद्दा पर आओ, बात आगे बढ़ाओ।
पीड़ित: मुद्दा छोडो, युवती ने मेरे बहुत से फोटो खींच लिए हैं।
मध्यस्थ: रकम तो तुमने ही खर्च की थी।
पीड़ित: भेजी तो तुम्हारे माध्यम से गई थी, वह तुम्हारी कुछ बात तो मानेगी।
मध्यस्थ: लड़की बहुत तेज है, इतनी आसानी से नहीं मानेगी।
पीड़ित: क्या कई और लोगों को भी शिकार बना चुकी है युवती।
मध्यस्थ: हां, तुम्हे यह भी बता दूं कि किसी भी जगह 10 लाख से कम में समझौता नहीं हुआ है।
पीड़ित: प्रविंद्र बाबू से कहो युवती को कुछ और नीचे लेकर आएं।
मध्यस्थ: पांच लाख से कम पर बात नहीं बनेगी, तुम पर क्या फर्क पड़ता है तुम तो करोड़पति हो।
पीड़ित: कुल मिलाकर बात ये है कि अब सीधे बात कर लो तुम लड़की से।
मध्यस्थ: मुझे कुछ समय चाहिए, दो दिन की छुट्टी कर चुका हूं।
पीड़ित: तुम अपनी छुट्टी और पढाई खराब नहीं करो, शाम को बात कर लो, हम यहीं रुक जाते हैं।
मध्यस्थ: मैं कोशिश करता हूं, बात अभी हमारे बीच ही दबी है।
पीड़ित: पांच लाख तो बहुत हैं, कुछ और कम करा लो।
मध्यस्थ: ऐसा करो युवती के सामने बैठकर बात कर लो।
पीड़ित मैं उसकी शक्ल भी नहीं देखना चाहता, तुम ही बात कर लो।
मध्यस्थ: वह अपने पर उतर आई है, खुद बात करके देख लो।
पीड़ित: पैसे की बात कर लो, वह तुमने दिए या दादा ने बात एक ही है।
मध्यस्थ: रकम देने के बाद चाहो तो राजीनामा कल ही लिखवा लो।
पीड़ित: तुमने जो कह दी, वह पत्थर की लकीर हो गई।
मध्यस्थ: ये नहीं जानते थे क्या सब कुछ, बच्चे हैं क्या।
पीड़ित: मेरे साथ गलत हो रहा है।
मध्यस्थ: युवती का नेटवर्क बहुत तगड़ा है, अब बात खत्म करो, यह बताओ कहां मिलोगे। |