बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर यात्री हुए परेशान।
जागरण संवाददाता, रांची। तकनीकी कारणों से गुरुवार को इंडिगो एयरलाइंस के दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, पुणे व हैदराबाद से रांची आने वाले विमान रद रहे। इस कारण संबंधित शहरों के लिए जाने वाले यात्री काफी परेशान हुए।
समय पर संबंधित विमानों के उड़ान रद होने की सूचना नहीं मिलने के कारण कई यात्री बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंच चुके थे। एयरपोर्ट पहुंचने के बाद उन्हें संबंधित विमान के रद होने की जानकारी मिली। कई यात्री एयरपोर्ट पर संबंधित विमान के शिड्यूल का घंटों इंतजार करते रहे। फिर भी इंडिगो एयरलाइंस की ओर से उन्हें समय पर स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विलंब से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचे और विलंब से उड़ान भरे। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से गुरुवार को रांची-पटना विमान (6ई 925) ने छह घंटे 22 मिनट, रांची-दिल्ली विमान (आइएक्स 1056) एक घंटे 25 मिनट, रांची-भुवनेश्वर विमान (6ई 7362) ने एक घंटे 17 मिनट, रांची-कोलकाता विमान (6ई 7251) 56 मिनट, रांची-अहमदाबाद विमान (6ई 6184) ने 45 मिनट, रांची-दिल्ली विमान (6ई 576) व रांची-दिल्ली विमान (आइएक्स 1049) ने 44 मिनट विलंब से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचा।
दो दिन से जारी है परेशानी
कल गुरुवार को भी विमानों के देरी का सिलसिला आज भी जारी है। रांची-कोलकाता विमान (6ई 7014) ने 40 मिनट, रांची-हैदराबाद विमान (6ई 398) ने 39 मिनट, रांची-दिल्ली विमान (आइएक्स 1047) ने 35 मिनट, रांची-कोलकाता विमान (6ई 7562) ने 29 मिनट, रांची-बेंगलुरु विमान (आइएक्स 2176) 27 मिनट, रांची-बेंगलुरु विमान (आइएक्स 1248) ने 24 मिनट, रांची-मुंबई विमान (आइएक्स 1238) ने 18 मिनट विलंब से उड़ान भरी। इधर, पटना-रांची विमान (6ई 6902) पांच घंटे 46 मिनट, कोलकाता-रांची (6ई 7674) दो घंटे 59 मिनट, भुवनेश्वर-रांची विमान (6ई 7361) 59 मिनट, दिल्ली-रांची विमान (6ई 7361) 59 मिनट, दिल्ली-रांची विमान (आइएक्स 1054) 53 मिनट, कोलकाता-रांची विमान (6ई 7317) 48 मिनट, दिल्ली-रांची विमान (6ई 6287) व दिल्ली-रांची विमान (आइएक्स 1050) 16 मिनट विलंब से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचा।
समस्या की मुख्य वजहें
इंडिगो में हाल ही में देश के कई एयरपोर्ट पर बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द/विलंबित हुई हैं, जिसके पीछे निम्नलिखित प्रमुख कारण बताए गए हैं।
चालक दल की गंभीर कमी (Crew Shortage): नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा लागू किए गए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों में बदलाव के कारण पायलटों और केबिन क्रू के काम करने के घंटे कम हो गए हैं और अनिवार्य आराम का समय बढ़ गया है।
प्रभाव: इन सख्त नियमों के कारण कई पायलट कानूनी तौर पर ड्यूटी के लिए उपलब्ध नहीं बचे हैं, जिससे रोस्टर (Crew Roster) बनाने में भारी दिक्कत आ रही है और उड़ानें रद्द करनी पड़ रही हैं।
तकनीकी गड़बड़ियां (Technical Snags): कुछ विमानों में मामूली तकनीकी खराबी भी आई है, जिसके कारण विमानों को ग्राउंडेड करना पड़ा है।
भीड़भाड़ और खराब मौसम: सर्दियों के पीक ऑपरेशन के दौरान प्रमुख एयरपोर्ट पर भारी भीड़भाड़ और कुछ स्थानों पर मौसम की चुनौतियों ने भी शेड्यूल को बिगाड़ा है। |