जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। परसुडीह थाना क्षेत्र में दर्ज धोखाधड़ी और नाबालिग के अपहरण के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस गिरफ्त से हथकड़ी और रस्सी समेत फरार हुए मुख्य आरोपित सुरेश उर्फ एंड्रयू जेम्स और उसकी पत्नी सरिता जेम्स उर्फ सरिता बरवा को उत्तर प्रदेश के आगरा कैंट क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही दोनों के पास से अपहृत नाबालिग बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
तीन सितंबर 2025 को राहरगोड़ा निवासी विजय खलखों की शिकायत पर परसुडीह थाना में दोनों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी और नाबालिग बच्ची के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने मुख्य आरोपित सुरेश को 20 नवंबर 2025 को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया था।
पुलिस को चमका देकर हो गया था फरार
पुलिस टीम सुरेश को लेकर जमशेदपुर लौट रही थी, तभी 23 नवंबर की मध्यरात्रि, धनबाद जिले के टेलो स्टेशन के समीप चलती ट्रेन से सुरेश हथकड़ी और रस्से सहित पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस द्वारा लगातार खोजबीन के बावजूद उसका सुराग नहीं मिलने पर परसुडीह थाना के एसआई अरविंद कुमार के आवेदन पर सुरेश के खिलाफ राजकीय रेल थाना, चंद्रपुरा (धनबाद) में अतिरिक्त प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
पुलिस कर रही थी छापेमारी
फरार आरोपित की तलाश और बच्ची की सुरक्षित बरामदगी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। इसी क्रम में गुप्त सूचना के आधार पर एक विशेष टीम ने आगरा कैंट थाना क्षेत्र में दबिश देकर सुरेश और उसकी पत्नी को धर दबोचा।पुलिस के अनुसार सुरेश मूल रूप से कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित बानसबाड़ी थाना क्षेत्र के चर्च स्ट्रीट, सिक्स क्रॉस रोड, आश्वत नगर, तनिसंद्रा मेन रोड के रेबिक कॉलेज क्षेत्र का निवासी है।
वर्तमान में वह हिमाचल प्रदेश के उना जिले के बंगाणा थाना क्षेत्र, होटल सिमल भेली, गांव कोल्का, रायपुर मैदान में ठिकाना बनाए हुए था। पुलिस अब गिरफ्तार दोनों आरोपितों से विस्तृत पूछताछ कर रही है और मामले में अन्य संभावित सहयोगियों की भूमिका खंगाल रही है। |