सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती महिला मरीज को झाड़ फूंक करता कथित भगत।
जागरण संवाददाता, समस्तीपुर । सदर अस्पताल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज और उपस्थित स्वास्थ्य कर्मी उस समय अचंभित रह गए, जब वहां एक कथित \“भगत\“ ने झाड़-फूंक शुरू कर दिया। भगत द्वारा किए जा रहे झाड़-फूंक के बीच किसी ने उसे रोकने की जहमत नहीं उठाई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अव्यवस्था और निगरानी तंत्र की कमजोरी का आईना
यह मामला केवल अस्पताल प्रशासन की लापरवाही ही नहीं, सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में व्याप्त अंधविश्वास, अव्यवस्था और निगरानी तंत्र की कमजोरी का आईना भी प्रस्तुत करता है। आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस सदर अस्पताल के भीतर झाड़-फूंक जैसी गतिविधियां होना मौजूदा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है।
घटना के अनुसार, मुक्तापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत चकदौलतपुर गांव निवासी रामप्रीत पंडित की पत्नी फूलो देवी को पेट दर्द रहने पर उसके परिजन अस्पताल लेकर आए थे। डाक्टर द्वारा चिकित्सा के उपरांत भी स्थिति सामान्य नहीं हुई। इसके उपरांत स्वजन स्थानीय भगत को बुलाकर उसके द्वारा झाड़-फूंक कराना शुरू कर दिया।
इंटरनेट मीडिया पर झाड़ फूक करने वीडियो वायरल
अस्पताल में किए गए इस झाड़-फूंक का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, घटना गुरुवार दोपहर करीब 12.45 बजे की है।
मुक्तापुर निवासी बुजुर्ग महिला पेट दर्द से पिछले कई दिनों से पीड़ित थी। शहर के प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने के बाद परेशान होकर वह चिकित्सा के लिए सदर अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। हालांकि, घटना के मरीज को डीएमसीएच रेफर कर दिया गया।
15 मिनट तक झाड़-फूंक करता रहा भगत
इसी दौरान स्वजन ने गांव के समीप के ही एक भगत को सदर अस्पताल में बुला लिया। भगत ने अस्पताल में ही झाड़-फूंक शुरू कर दी। वहां भर्ती अन्य मरीजों ने बताया कि करीब 15 मिनट से भगत झाड़-फूंक कर रहा था। इस बीच इमरजेंसी वार्ड में मौजूद डाक्टर, स्वास्थ्य कर्मी और सुरक्षा गार्ड ने उसे भगाया तक नहीं। बाद में भगत खुद ही लौट गया।
मंत्र पढ़कर मरीज के साथ किया झाड़ फूक
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भगत कुछ मंत्र पढ़ते हुए मरीज को फूल झाड़ू से झाड़ रहा था और परिजन पूरी आस्था के साथ उसे देख रहे थे। भगत मरीज की बीमारी को \“ऊपरी बाधा\“ बताते हुए पारंपरिक तरीके से झाड़-फूंक कर रहा था, जबकि आसपास मौजूद लोग इसे देखते रहे।
अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने भी इस गतिविधि को रोकने का प्रयास नहीं किया, जिससे लापरवाही पर और भी प्रश्न उठे हैं। अस्पताल प्रशासन ने मामले की जानकारी मिलने पर जांच कराने की बात कही है।
उपाधीक्षक डा. गिरीश कुमार ने कहा कि अस्पताल परिसर में किसी भी तरह की गैर-वैज्ञानिक और गैर-चिकित्सीय गतिविधि की अनुमति नहीं है। घटना को लेकर गार्ड प्रभारी से जवाब तलब किया गया है। |