जागरण संवाददाता, लखनऊ। सर्दियों का मौसम खान-पान का होता है। जैसा इस ऋतु में आहार-विहार होता है, उसका वैसा ही असर पूरे वर्ष हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। इस मौसम में अग्नि प्रबलता रहती है, इसलिए उसके अनुसार पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए। दूध-घी के साथ मलाई, रबड़ी, तेल, छेना, नया चावल आदि का सेवन भी उचित मात्रा में कर सकते हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हल्दी, मेथी, अश्वगंधा, सोंठ, अजवाइन (भूनकर) को बराबर मात्रा में लेकर उसका चूर्ण एक-एक चम्मच सुबह-शाम उपयोग करें। आंवला-लहसुन की चटनी खाएं। अदरक के साथ तुलसी, काली मिर्च व दालचीनी का काढ़ा पीएं। इससे खांसी-जुकाम नहीं होगा।
ये जानकारी दैनिक जागरण कार्यालय में गुरुवार को आयोजित हेलो डाक्टर कार्यक्रम में राजभवन के पूर्व वरिष्ठ चिकित्साधिकारी एवं आयुर्वेद विशेषज्ञ डा. शिव शंकर त्रिपाठी ने दी। उन्होंने फोन पर कई पाठकों से बातचीत की और उन्हें परामर्श भी दिए।
मैं 86 वर्ष का हूं। बलगम बहुत आता है। - बीएन वैश्य, निशातगंज, लखनऊ
- पुष्करमूल चूर्ण एक ग्राम, काकड़ाशृंगी एक ग्राम, हल्दी दो ग्राम व मुलेठी एक ग्राम दूध में मिलाकर सेवन करें। प्रतिदिन पांच बादाम और मौसमी फल खाएं।
मैं 80 वर्ष का हूं। सांस में दिक्कत है। कफ निकलता है। शुगर भी है। - सतीश मिश्र, सांडी रोड, हरदोई
- अडूसा, अदरक, काली मिर्च व दालचीनी का काढ़ा सुबह-शाम पीएं। भाप लें। चावल, दही, ठंडा पानी न लें। हरी सब्जी, पनीर, मूंग की दाल ले सकते हैं। दूध में हल्दी गर्म कर पीएं। शुगर से राहत के लिए चंद्रप्रभावटी दो-दो गोली सुबह-शाम लें।
मैं 60 वर्ष का हूं। मुझे पेसमेकर पड़ा है। शुगर 2009 से है। - सतीश द्विवेदी, हरदाेई
- रात में मेथी भिगाे दें। सुबह उसका पानी पीएं और मेथी दाना चबाकर खाएं। प्रतिदिन धूप निकलने के बाद 40 मिनट तक टहलें। करेले की सब्जी खाएं। अवश्गंधा, मेथी, सोंठ, हल्दी के साथ अजवाइन (भूनकर) 50-50 ग्राम मिला लें। इसके चूर्ण को एक-एक चम्मच सुबह-शाम सेवन करें।
मैं 65 वर्ष का हूं। कब्ज बनता है। फिस्टुला भी है। - नरेंद्र श्रीवास्तव, अंबेडकरनगर
- छिल्केदार सब्जी और मोटे अनाज का सेवन करें। कच्चे पपीते की सब्जी खाएं। जात्यादि तेल लगाएं। अर्शाेघ्नी वटी व कंकायन वटी दो-दो गोली सुबह-शाम खाने के बाद लें।
मैं 50 वर्ष की हूं। जुकाम जल्दी ठीक नहीं होता। खांसी और सिर में दर्द बना रहता है। - संदीप कौर, लखनऊ
- हल्दी, मुलेठी को दूध में उबाल कर सेवन करें। चित्रक हरीतकी अवलेह एक-एक चम्मच गुनगुने पानी से लें। सुबह-शाम भाप लें।
बेटा आठ वर्ष है। बार-बार जुकाम हो जाता है। खांसी भी आती है। - राजेश पांडेय, अयोध्या
- बालचातुर्भद्र चूर्ण 500 ग्राम, सितोपलादि चूर्ण एक ग्राम, श्वासकुठार 75 मिग्रा, मुक्ताशुक्ती पिष्टी 75 मिग्रा, अभ्रक भस्म 100 पुटी 50 मिग्रा बच्चे को शहद में मिलाकर सुबह-शाम चटाएं। दूध में हल्दी मिलाकर दें। दही और ठंडा पानी न दें।
मैं 40 वर्ष का हूं। कोलेस्ट्राल कम करने के लिए क्या करें। इम्यूनिटी कैसे बढ़ाएं। - सुधीर श्रीवास्तव, बाराबंकी
- आंवला-अदरक और मेथी का सेवन करें। चीनी की जगह गुड़ का उपयोग करें।
मैं 45 वर्ष का हूं। जुकाम रहता है। पैर में दर्द भी है। पहले शुगर थी। - मुकेश श्रीवास्तव, गोंडा
- महायोगराज गुग्गुल, चंद्रप्रभावटी की एक-एक गोली सुबह-शाम लें। मेथी के चूर्ण का सेवन करें।
मैं 70 वर्ष का हूं। अक्सर खांसी आती है। - पारसनाथ तिवारी, अयोध्या
- अदरक, तुलसी, कालीमिर्च व दालचीनी का काढ़ा पीएं। आंवला और लहसुन की चटनी का सेवन करें।
मैं 48 वर्ष का हूं। सदी-जुकाम बना रहता है। - सुरेंद्र, अलीगंज, लखनऊ
- अणु तेल एक-एक बूंद नाक में डालें। त्रिभुवन कीर्तिरस एक-एक गोली व चित्रक हरीतकी अवलेह एक-एक चम्मच सेवन करें।
मैं 79 वर्ष का हूं। इम्यूनिटी कैसे बढ़ा सकता हूं? - भारती, कानपुर रोड, लखनऊ
-अवश्गंधा, मेथी, सोंठ, हल्दी के साथ अजवाइन (भूनकर) सभी को 50-50 ग्राम मिला लें। इसके चूर्ण को एक-एक चम्मच सुबह-शाम सेवन करें।
मैं 66 वर्ष का हूं। खांसी आती है। जुकाम भी रहता है।- लाल बहादुर, सीतापुर
- वासा अवलेह एक-एक चम्मच सुबह-शाम लें। हल्दी, अदरक व काली मिर्च दूध में उबाल कर पीएं। चावल, दही, ठंडा पानी, राजमा और घुइया के सेवन से बचें।
मैं 12 साल का हूं। अक्सर खांसी आती है। - आयुष्मान, बाराबंकी
- डीकाफ्सिन व एक्सट्राएम्यून एक-एक गोली सुबह-शाम लें। अणु तेल दो-दो बूंद सुबह-शाम नाक में डालें।
मैं 72 वर्ष का हूं। मुझे अस्थमा है। बलगम भी आता है।- राज बहादुर, सीतापुर
आप इन्हेलर लेते रहें। साथ में पुष्करमूल चूर्ण एक ग्राम, काकड़ाशृंगी एक ग्राम, हल्दी दो ग्राम, मुलेठी एक ग्राम, पीपली
आधा ग्राम व वासा अवलेह एक-एक चम्मच सेवन करें। अणु तेल नाक में एक-एक बूंद डालें। भाप लें।
मैं 56 वर्ष का हूं। डायबिटीज है। इंसुलिन ले रहा हूं। सिर में भारीपन बना रहता है। - पंकज अस्थाना, जानकीपुरम
- करेले का जूस लें। मेथी व आंवला का सेवन करें। आंवले का जूस भी ले सकते हैं। प्रतिदिन 40 मिनट तक टहलें और 20 मिनट तक प्राणायाम करें। अवश्गंधा, मेथी, सोंठ, हल्दी के साथ अजवाइन (भूनकर) 50-50 ग्राम मिला लें। इसके चूर्ण को एक-एक चम्मच सुबह-शाम सेवन करें।
इस मौसम में क्या न खाएं
आइस्क्रीम, कोल्डड्रिंक्स, ठंडा पानी, फ्रिज में रखी चीजें, फास्टफूड, जंकफूड, मैदे से बनी चीजें, बाहर की बनी पैकेट बंद नमकीन व रेड मीट।
क्या सेवन करें
पर्याप्त मात्रा में गुनगुना पानी। मोटा अनाज में ज्वार, बाजरा, मक्का, चना को गेहूं के साथ मिलाकर सेवन करें। सोंठ का लड्डू, तिल का लड्डू, मेथी के लड्डू खाएं। खाना खाने के बाद गुड़ खाएं। |