संवाद सहयोगी, किशनगंज। किशनगंज अंचल के राजस्व कर्मचारी राजदीप की गिरफ्तारी के बाद अंचल कार्यालय में कामकाज ठप हो गया है। बुधवार को कार्यालय में सन्नाटा छाया रहा और इक्के-दुक्के लोग ही पहुंचे। कर्मचारी आपस में गिरफ्तारी की चर्चा करते रहे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जानकारी के अनुसार, अंचल कार्यालय में जमीन संबंधी या अन्य कार्य के लिए आवेदन देने पर वह राजस्व कर्मचारी के पास पहुंचता था। इसके बाद संबंधित कर्मचारी आवेदक से मिलने के बाद डिमांड शुरू कर देता था। डिमांड पूरी होने पर ही किसी का काम होता था।
राजदीप डुमरिया स्थित किराए के मकान में रहते थे, जहां आवेदकों की भीड़ लगी रहती थी। लोगों का कहना है कि राजदीप के किशनगंज अंचल में आने के बाद से ही उनकी चर्चा होती रही है।
बुधवार को अंचल कार्यालय का जायजा लेने पर देखा गया कि कर्मचारी पेड़ के नीचे मामले को लेकर चर्चा कर रहे थे। अंचल कार्यालय से लेकर प्रखंड कार्यालय के बाहर तक राजदीप की गिरफ्तारी पर चर्चा हो रही थी। हालांकि कुछ लोग काम के सिलसिले में कार्यालय आए, लेकिन कर्मचारी चुपचाप अपने काम में लगे रहे।
राजदीप पासवान की गिरफ्तारी के बाद कई लोगों ने निगरानी टीम के समक्ष उनकी शिकायत की है। इस मामले में पंकज नामक व्यक्ति का भी जिक्र होने लगा है, जिसके माध्यम से एक वरीय अधिकारी तक चढ़ावा पहुंचता था।
निगरानी सूत्रों के अनुसार, पंकज भी निगरानी के रडार पर है। राजदीप ने पूछताछ में कई अधिकारियों के नाम लिए हैं, जिनके पास वह उगाही की रकम पहुंचाता था। अब निगरानी टीम सभी का रिकॉर्ड खंगालने में जुटी हुई है।
गिरफ्तार राजस्व कर्मचारी राजदीप को निगरानी टीम ने बुधवार को भागलपुर के विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में विशेष कारा भागलपुर भेज दिया गया। |