प्रतीकात्मक तस्वीर।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। सर्दी बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत भी बढ़ने लगी है। इस वर्ष नवंबर में बिजली की अधिकतम मांग 28 तारीख को 4486 मेगावाट पहुंच गई। यह इस माह का सर्वाधिक मांग है। पिछले वर्ष नवंबर में अधिकतम मांग 4259 मेगावाट तक पहुंची थी। दिसंबर और जनवरी में भी मांग में वृद्धि होने का अनुमान है। अधिकतम मांग छह हजार मेगावाट तक पहुंच सकती है। इसे ध्यान में रखकर बिजली वितरण कंपनियों (डिस्काॅम) ने तैयारी शुरू कर दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
डिस्काम अधिकारियों का कहना है कि दिसंबर के पहले तीन दिनों में बिजली की अधिकतम मांग 4200 मेगावाट को पार कर गई है। पूर्व के वर्षों में दिसंबर के पहले तीन दिनों में कभी भी चार हजार मेगावाट से ऊपर मांग नहीं गई थी। पिछली सर्दी में दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 5655 मेगावाट थी और इस बार यह छह हजार तक पहुंच सकती है।
बीएसईएस और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड के अधिकारियों का कहना है कि मांग बढ़ने के बाद भी बिजली आपूर्ति में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। लंबी अवधि की बिजली खरीद समझौता और अन्य विकल्पों से पर्याप्त बिजली की व्यवस्था की गई है। बिजली नेटवर्क को भी दुरुस्त किया जा रहा है।
सर्दी में बिजली की अधिकतम मांग का विवरण
| वर्ष | अधिकतम मांग (मेगावाट) | | 2024–25 | 5655 | | 2023–24 | 5816 | | 2022–23 | 5526 | | 2021–22 | 5104 | | 2020–21 | 5021 |
नवंबर में बिजली की अधिकतम मांग (मेगावाट)
| वर्ष | मांग | | 2025 | 4486 | | 2024 | 4259 | | 2023 | 4320 | | 2022 | 3941 | | 2021 | 3831 |
एक से तीन दिसंबर तक बिजली की मांग (मेगावाट)
| दिनांक | वर्ष 2025 | वर्ष 2024 | वर्ष 2023 | वर्ष 2022 | वर्ष 2021 | | 1 दिसंबर | 4244 | 3839 | 4023 | 3732 | 3732 | | 2 दिसंबर | 4354 | 3941 | 3725 | 3899 | 3690 | | 3 दिसंबर | 4299 | 3906 | 3838 | 3722 | 3983 |
यह भी पढ़ें- दिल्ली की 2400 वक्फ संपत्तियों पर संकट, पंजीकरण की डेडलाइन खत्म और एक भी एंट्री नहीं हुई पूरी |