दुकानदार आवक में कमी बता रहे कारण, आम लोगों की किचन पर बढ़ा बोझ
संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा)। मंडियों में सब्जियों के बढ़ते दामों ने आम लोगों की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। हालत यह है कि कई हरी सब्जियां अब फलों के बराबर या उससे ऊपर की कीमत में बिक रही हैंं। सेब 100 रुपये और नारंगी 80 से 100 रुपये किलो है, वहीं मटर और शिमला मिर्च जैसी सब्जियों के दाम भी 120 से 160 रुपये तक पहुंच गई हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बाजार में सब्जी खरीदाने आईं गृहिणी उषा शर्मा ने बताया कि पहले सोच रहे थे कि बारिश की वजह से आपूर्ति कम है, इसलिए दाम बढ़े होंगे। वहीं अब लंबे समय से भाव कम ही नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पांच लोगों के परिवार के लिए सिर्फ एक शाम की सब्जी में ही 100 से 150 रुपये तक खर्च हो जा रहे हैं।
सीमा सहल का कहना है कि मटर और साग का सीजन होने के बावजूद दाम आसमान छू रहे हैं। सेम, बैंगन, बींस और टमाटर, लगभग हर सब्जी महंगी है। कई परिवार मजबूर होकर चना घुघनी, सोयाबीन–आलू जैसी सस्ती सब्जियों पर निर्भर हो रहे हैं।
रश्मि झा ने कहा कि स्थिति यह हो गई है कि कई हरी सब्जियां अब सेब और नारंगी की कीमत पर मिल रही हैं। नॉनवेज न खाने वाले लोगों के लिए विकल्प बेहद सीमित हो चुके हैं। मंडी के दुकानदार राजू केशरी ने बताया कि पैकारी (थोक) रेट ही ज्यादा है। किसान मंडी में सब्जियां उसी ऊंचे भाव में बेच रहे हैं, इसलिए खुदरा कीमतें भी बढ़ रही हैं।
खरीद महंगी होगी तो बिक्री भी उसी अनुसार करनी पड़ती है। ऊंचे दाम के कारण आम परिवारों पर भोजन का खर्च तेजी से बढ़ रहा है। सर्दी के मौसम में आमतौर पर सब्जियों की भरपूर उपलब्धता रहती है, लेकिन इस बार कीमतें कम होने का नाम नहीं ले रही। लोगों का कहना है कि यदि हालात ऐसे ही रही तो रसोई चलाना और मुश्किल हो जाएगा।
फलों के भाव (रुपये प्रति किलो)
फल न्यूनतम अधिकतम
सेब 100 150
नारंगी 80 100
अनार 220 240
सब्जियों के भाव (रुपये प्रति किलो)
सब्जी न्यूनतम अधिकतम
मटर 100 150
शिमला मिर्च 100 120
बीन्स 50 80
टमाटर 50 60
परवल 50 60
खीरा 50 55
बैंगन 50 55
सेम 60 70
फूल गोभी 50 60
भिंडी 60 120
गाजर 50 55
नए आलू 40 50
नोट: कीमत रुपये प्रति किलोग्राम। |