घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रही हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी-तमिल संगमम् के पहले दिन मंगलवार को नमो घाट पर मुख्यमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई। एक सिरफिरा युवक चीखते-चिल्लाते हुए भीड़ से आगे बढ़ा तो सुरक्षाकर्मियों के अलर्ट होने तक मंच के करीब जा पहुंचा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हालांकि, उसे मुख्यमंत्री के करीब पहुंचने से पूर्व ही कमांडोज ने दबोच लिया। युवक का मेडिकल परीक्षण कराने पर चिकित्सकों ने उसकी मानसिक दशा ठीक नहीं बताई तो उसे इलाज के लिए मानसिक अस्पताल भेज दिया गया।
सुरक्षा में हुई चूक की इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सीएम सुरक्षा की पुनर्समीक्षा में जुट गईं। मंगलवार शाम नमो घाट पर तमिल संगमम् का मंच सजा था। जहां पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आसीन थे। उसी वक्त एक युवक चीखते हुए मंच की ओर भागा तो लोग डर गए।
हालांकि उसके दोनों हाथ खाली रहे, लिहाजा उसे कमांडोज ने गन प्वाइंट पर लेने के बजाए घेरकर कब्जे में लेना जरूरी समझा। तीन से चार मिनट लगे होंगे और कमांडो दस्ते ने सिरफिरे को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
पूछताछ में पता चला कि चौबेपुर कस्बा निवासी युवक जोगिंदर गुप्ता वाराणसी सिटी स्टेशन पर पानी बेचता है। वह घटना के समय अत्यधिक नशे में था। एसीपी विदुष सक्सेना ने बताया कि जोगिंदर शराब का अत्यधिक सेवन करने के कारण मानसिक तनाव से भी जूझ रहा है।
मेडिकल परीक्षण में उसमें तनाव को देखते हुए मानसिक चिकित्सालय भेज दिया गया है, जहां डाक्टर उसकी जांच कर रहे हैं। चौबेपुर से पहुंची मां कुसुम देवी ने बताया कि जोगिंदर लंबे समय से मानसिक रूप से अस्वस्थ है। उसे अस्पताल में भर्ती कराई थी, लेकिन रुपये न होने के कारण उसे अस्पताल से निकाल लिया। |