जागरण संवाददाता, बलरामपुर। बस और कंटेनर ट्रक में लोड कपड़ों में लगी आग को बुझाने के लिए जिले की पांच और एक गोंडा की दमकल लगानी पड़ी। बढ़ती आग को देखते हुए श्रावस्ती से भी एक गाड़ी बुलाई गई थी, जिसे बाद में रास्ते से लौटा दिया गया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रभारी अग्निशमन अधिकारी अंकित कुमार ने बताया कि लिक्विड पदार्थ में आग लगने पर उसे बुझाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। इसके लिए फोम (एक तरह का केमिकल) का प्रयोग किया गया। फोम झाग के रूप में सफेद पदार्थ निकलता है, जो चिपक जाता है।
इससे आग फैलती नहीं है और जल्दी बुझ जाती है। दो टैंकर व ड्रम से पंपिंग करके फोम का प्रयोग किया गया। यात्री बता रहे थे कि 45-46 लोग सवार थे। ट्रक पर ऊनी कपड़ा लदा था। कपड़ों का बंडल जो सुरक्षित बचा था। उसके कोतवाली देहात भेज दिया गया। बताया कि यात्री यदि आपातकालीन द्वार खोल लेते तो कम लोग झुलसते।
यही है आपदा में अवसर
घटना स्थल पर कंटेनर पर लदा कपड़ा सड़क पर चारों तरफ बिखरा था। दमकल कर्मी आग बुझाने में लगे थे। दूसरी तरफ कुछ लोग कपड़े उठाते दिखे। वहीं पास में खड़े एक व्यक्ति ने लंबी सांस लेते हुए बोला यही तो आपदा में अवसर है। हालांकि पुलिस ने कपड़ों के बंडल को जेसीबी से ट्रैक्टर-ट्राली पर लाद कर कोतवाली देहात पहुंचा दिया।
यातायात प्रभारी ने दी सबसे पहले सूचना
फुलवरिया बाईपास चौराहा के पास ही यातायात प्रभारी उमेश सिंह यादव किराये के मकान में रहते हैं। बताया कि बस और कंटेनर की टक्कर की आवाज सुनकर दरवाजा खोला, सामने का दृश्य देख सन्न रह गए।
तत्काल वायरलेस से उच्चाधिकारियों को सूचना दी। बिजली विभाग को भी खंभा टूटने की सूचना दी। सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पांडेय गनर के साथ बाइक से ही घटनास्थल पर पहुंच गए। तुरंत रेस्क्यू शुरू हो गया। |