जागरण संवाददाता, फतेहपुर। अभी एसआइआर का कार्य गतिमान है, उठ रहे विपक्ष के सवालों के बीच अब नई तस्वीर सामने आई है। अब तक हुए काम में हर विधानसभा में औसतन 20 हजार मतदाता ऐसे मिले हैं, जिन्हें मतदाता सूची में आगे नहीं रखा जा सकता है। मतलब साफ है कि मतदाता सूची में अब घालमेल नहीं चलेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चार नवंबर से एक दिसंबर तक चले अभियान में जिले भर की छह विधानसभा क्षेत्रों में 1.35 हजार मतदाता ऐसे मिले हैं, जिन्हें अब आगे मतदाता सूची में स्थान मिलना संभव नहीं है। सूची में शामिल न होने वाले मतदाओं में मृतक, घर से बाहर रहने वाले, घर छोड़कर दूसरे शहरों में बस चुके, और एक की जगह कई जगह मतदाता बनने वाले लोग शामिल है।
घर-घर बीएलओ सत्यापन कर रहे हैं तो यह स्थिति साफ हो रही है। अभी जिस तरह से मतदाताओं की खोज हो रही है और वह अपने घरों में नहीं मिल रहे हैं।
इससे यह माना जा रहा है कि जब बीएलओ की तीसरी विजिट पूरी हो जाएगी तो यह संख्या और बढ़ जाएंगी और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची से बाहर श्रेणी वाले मतदाताओं की संख्या दो लाख का आंकड़ा भी पार कर सकती है।
एसआइआर का 80 प्रतिशत काम हो चुका पूरा
अभी एसआइआर अभियान के लिए नौ दिन का समय शेष है, लेकिन जनपद ने बेहतर काम दिखाते हुए 80 प्रतिशत काम पूरा कर दिया गया है। आनलाइन फीडिंग में जिले की स्थिति 73 प्रतिशत है, जबकि सात प्रतिशत मतदाता अनकलेक्टेबल की श्रेणी में हैं। ऐसे में दोनों को मिलाकर देखा जाए तो जिले में एसआइआर अभियान का 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।
खलिहान तक पहुंच रहे बीएलओ व अफसर
यूं तो जिले में 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, लेकिन जो 20 प्रतिशत काम बचा है वह भी किसी चुनौती से कम नहीं है। बचे हुए 20 प्रतिशत मतदाताओं में अधिकांश ऐसे हैं जिनकी तलाश पहले भी हो चुकी है। अब इनकी दोबारा और तीसरी बार खोज हो रही है। बीएलओ खेत खलिहान तक पहुंच रहे हैं। तहसीलदार सदर अमरेश संह ने ललौली क्षेत्र में खेतों तक पहुंच कर मतदाताओं के फार्म जमा कराए।
किस विधानसभा में कितने बूथ व मतदाता व वितरण
विस. क्षेत्र बूथ मतदाता हटने वाले
जहानाबाद
358
311454
20439
बिंदकी
346
316855
17733
सदर
383
371625
22369
अयाह-शाह
306
278688
18105
हुसेनगंज
354
307264
20348
खागा
397
345555
36044
किस प्रकार के कितने मतदाता चिह्नित हुए
- मृतक मतदाता -39476
- शिफ्टेड मतदाता-64077
- घर में नहीं रहते-16501
- डुप्लीकेट मतदाता-13953
- अन्य कारण -1035
‘एसआइआर अभियान के तहत जिले में लगातार काम हो रहा है। अब तक 1.35 लाख ऐसे मतदाताओं की पहचान हुई है जो शिफ्टेड, मृतक या डुप्लीकेट की श्रेणी में है। ऐसे लोगों का नाम ड्राप पब्लिकेशन में शामिल नहीं होगा। 16 दिसंबर तक यह संख्या और भी बढ़ सकती है।’
अविनाश त्रिपाठी, एडीएम राजस्व एवं वित्त |