मंडी में अधिकारी से बात करते किसान
संवाद सहयोगी, जागरण, पूरनपुर। मंडी में एजेंसियों के क्रय केंद्रों पर धान खरीद न होने पर किसानों ने जमकर हंगामा किया। बिना खरीद के रोजाना 300 क्विंटल अभिलेखों में दर्ज करने का आरोप लगाया। मंडी गेट कर्मियों की सह पर एजेंसियों के क्रय केंद्र धान न भेजकर आरएफसी के केंद्रों पर भेजने पर किसानों की डिप्टी आरएमओ से तीखी नोकझोंक हुई। उठान न होने पर आरएफसी के तीन केंद्र प्रभारियों से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कृषि उत्पादन मंडी समिति में स्थापित एजेंसी के यूपीएसएस, पीसीएफ, पीसीयू क्रय केंद्रों पर धान खरीद नहीं की जा रही है। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी विजय कुमार शुक्ला और एजेंसियों के जिला प्रबंधकों के मंडी में पहुंचने पर किसान एकत्र हुए। गेट पर पहले से ही किसानों की धान भरी ट्रालियां खड़ी हुई थी।
उन ट्रालियां का आरएफसी के क्रय केंद्र पर ले जाने का टोकन काट दिया गया, जबकि एजेंसियों के क्रय केंद्र के टोकन नहीं काटे गए। इस पर किसान नाराज हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। किसानों के प्रदर्शन डिप्टी आरएमओ से कड़ी नाराजगी जताई। गेट पर रजिस्टर और वाहनों का मिलान किया गया।
कुछ गड़बड़ी मिलने पर वहां मौजूद कर्मचारी की डिप्टी ने फटकार लगाई। किसानों ने बताया कि मिलीभगत से एजेंसियों के क्रय केंद्र पर वाहनों को न भेजकर आरएफसी के क्रय केंद्रों पर भेज दिया जा रहा है। जबकि वहां पहले से ही कई किसान है। एजेंसियों के क्रय केंद्रों पर धान नहीं है। फिर भी कागजों में तीन सौ क्विंटल के करीब खरीद हो रही है।
भारी गोलमाल किया जा रहा है। पीसीएफ का गांव हरिहरपुर में केंद्र लगा दिया गया है। वह ऐसी जगह लगा है कि कोई भी वाहन नहीं जा सकता। केंद्र पर मात्र करीब 180 बोरा लगे हैं। जो 30, 35 और चालीस किलो के हैं। लेकिन रोजाना वहां भी अभिलेखों में खरीद हो रही है। कांटा, डस्टर तक नहीं है।
किसानों ने ग्रामीण क्षेत्रों के केंद्रों की जांच की मांग की। डिप्टी ने पीसीएफ के जिला प्रबंधक को मौके पर जाकर जांच के निर्देश दिए। साथ ही बारदाना रोकने को भी कहा। इस दौरान स्वराज सिंह, नागेन्द्र सिंह, जोगा सिंह, दिनेश कुमार, सुंदरलाल, घासीराम, नीलेश कुमार आदि किसान मौजूद रह। हंगामा होने से गहमा गहमी का माहौल रहा।
गेट पर संयुक्त हस्ताक्षर से जारी होगी पर्ची
मंडी गेट पर अभिलेखों में कुछ गड़बड़ी मिलने पर डिप्टी आरएमओ ने एएमओ, जिला प्रबंधक और मंडी कर्मचारी की संयुक्त टीम बनाई है। डिप्टी ने बताया कि धान लेकर आने वाले किसान को तीनों के संयुक्त हस्ताक्षर से टोकन दिए जाएंगे। क्रम बार टोकन देकर धान की खरीद की जाएगी।
एएमओ सहित तीन का स्पष्टीकरण तलब
खाद्य एवं विपणन विभाग के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी प्रदीप कुमार, एसएमआइ विनोद शर्मा और एसएमआइ गोविंद मौर्य ने करीब छह छह हजार क्विंटल धान की खरीद कर ली है। लेकिन उठान नहीं हुआ है। डिप्टी ने इसपर तीनों कर्मचारियों की कड़ी फटकार लगाई। आरएफसी के एक, दो, पांच नौ व दस क्रय केंद्र पर अब उठान के बाद ही एएमओ ने खरीद करने की बात कही है।
मंडी में पड़े धान के सत्यापन के निर्देश
डिप्टी आरएमओ ने बताया कि मंडी में स्थापित धान क्रय केंद्रों का सत्यापन करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही क्वालिटी के तहत धान की खरीद को कहा गया है। शासन से एफसीआई की टीम जांच को पहुंच रही है। किसानों को खरीद पावती की रसीद देने, बंटाईदारों का भी सत्यापन करने को कहा है। 25 क्विंटल धान लेकर आने वाला किसान के लिए टोकन जारी नहीं होगा। वह किसी भी केंद्र पर बिक्री कर सकता है। एफआरके न आने से उठान प्रभावित होने की बात डिप्टी आरएमओ विजय कुमार शुक्ला ने कही है।
टोकन ट्रा्ली को देखने को गुणवत्ता परीक्षण करने के बाद शत-प्रतिशत धान उठान न करने पर निलंबन की कार्रवाई की जाए्गी। धान का टोकन ट्राली को देखने के बाद दिया जाएगा। क्रय केंद्रों पर किसान मिले और उनके पास संबंधित अभिलेख भी उपलब्ध मिले।
- विजय कुमार शुक्ला, डिप्टी आरएमओ, खाद्य एवं विपणन
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