सदर तहसील आगरा।
जागरण संवाददाता, आगरा। शहर की बेशकीमती जमीनों को फर्जी बैनामों से कब्जाने के वाले गिरोह से जुड़े लोगों के खिलाफ सभी आठ मुकदमों में पुलिस आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर चुकी है। अधिकांश में आरोप पत्रों में चित्र सिंह आरोपित है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिसमें 28 से अधिक लोग आरोपित हैं। फर्जी बैनामाें की जांच के लिए प्रपत्रों को फोरेंसिक लैब भेजा गया था। पुलिस को अब लैब की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। फोरेंसिक विज्ञानियों की रिपोर्ट फर्जी बैनामों से जमीन कब्जाने वालों के विरुद्ध महत्वपूर्ण साक्ष्य साबित होगी।
दैनिक जागरण द्वारा इस वर्ष जनवरी में शहर की बेशकीमती जमीनों को फर्जी बैनामों से कब्जाने का पर्दाफाश किया था। जिसके बाद प्रशासन की ओर से शाहगंज थाने में 11 लोगो के विरुद्ध कूटरचित प्रपत्र तैयार करने एवं धोखाधड़ी की धारा में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
गिरोह ने रिकार्ड रूम के कर्मचारियों की मिलीभगत से जिल्दबही से असली बैनामे गायब करवा दिए थे। उनकी जगह फर्जी बैनामों को चस्पा करवा दिया था।
गिरोह के मुख्य कर्ताधर्ता प्रशांत शर्मा, अजय सिसौदिया ने तहसील में काम करने वाले चित्र सिंह समेत अन्य की मिलीभगत से जमीनों को कब्जाने का खेल किया था। एसआइटी जांच के बाद आठ मुकदमे दर्ज किए गए थे।
अपर पुलिस उपायुक्त सिटी आदित्य ने बताया कि लैब की रिपोर्ट फर्जी बैनामों के मामले में महत्वपूर्ण फोरेंसिक साक्ष्य साबित होगी।
प्रमुख मुकदमे और उनके आरोपित
- थाना सदर अपराध संख्या 641/24: प्रशांत शर्मा, अजय सिसौदिया, चित्र सिंह व टीटू
- थाना सदर अपराध संख्या 641/24: अभिषेक अवस्थी, प्रशांत शर्मा, अजय सिसौदिया
- थाना शाहगंज अपराध संख्या 28/25: कुल 11 लोग नामजद थे। जिसमें राजकुमार, प्रबल प्रताप सिंह , सत्य प्रकाश, भानु रावत, प्रशांत शर्मा, ब्रजेश दुबे, शिवचरन, सुमित अग्रवाल, प्रशांत शर्मा, देवदत्त शर्मा। तीन नाम प्रकाश में आए अजय सिसौदिया, चित्र सिंह और टीटू को भी एसआइटी ने आरोप पत्र में शामिल किया है।
- थाना शाहगंज अपराध संख्या 82/25: फर्जी बैनामे से डौकी के बाबा मुंशीदास की 300 करोड़ की संपत्ति हड़पने में एसआइटी ने जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने छह लोगों के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया। जिसमें मुंशीदास का बेटा राजकुमार, पत्नी राजवती, जीतू, चित्र सिंह, अजय सिसौदिया एवं प्रशांत शर्मा।
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