दौराला नगर पंचायत कार्यालय के सामने चारलेन के कनेक्टर का निर्माणाधीन ओवरब्रिज। जागरण
जागरण संवाददाता, मेरठ। दिल्ली-दून हाईवे (पुराना एनएच-58) पर दौराला नगर पंचायत कार्यालय के सामने एक बड़ा परिवर्तन होने वाला है। मुजफ्फरनगर से मोदीपुरम की ओर आने वाले वाहन यहां पर अर्धगोलाकार ओवरब्रिज से निकलेंगे। एक तरफ लगभग 300 मीटर दूरी तक हाईवे बंद कर दिया जाएगा। यह परिवर्तन दिल्ली-दून हाईवे (मेरठ-रुड़की हाईवे) से मेरठ-नजीबाबाद हाईवे को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे कनेक्टर के कारण किया जाएगा। दोनों हाईवे के वाहन एक से दूसरे पर आसानी से जा सकें, इसलिए यहां इंटरचेंज बनाया जा रहा है। अर्धगोलाकार ओवरब्रिज उसी इंटरचेंज का हिस्सा है। मोदीपुरम से मुजफ्फरनगर की तरफ जाने वाले वाहनों के लिए लेन की व्यवस्था में कोई परिवर्तन नहीं होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दौराला नगर पंचायत के पास अब ऐसे निकलेंगे वाहन
-मुजफ्फरनगर से मोदीपुरम की तरफ आने वाले वाहन सीधे जाने के बजाय हल्का बाईं तरफ मुड़कर अर्धगोलाकार ओवरब्रिज से होते हुए वापस हाईवे पर उतरेंगे।
-मुजफ्फरनगर के जिन वाहनों को मवाना रोड यानी मेरठ-नजीबाबाद हाईवे पर जाना होगा वे यहां बाईं तरफ मुड़कर रैंप से होते हुए कनेक्टर से चले जाएंगे।
-मेरठ-नजीबाबाद हाईवे के जिन वाहनों को मोदीपुरम-सिवाया की तरफ जाना होगा, वे बाईं तरफ रैंप से होते हुए दिल्ली-दून हाईवे पर पहुंच जाएंगे।
-मोदीपुरम की तरफ के जिन वाहनों को मेरठ-नजीबाबाद हाईवे पर जाना होगा, वे यहां पर हल्का दाईं तरफ मुड़कर अर्धगोलाकार ओवरब्रिज पर चढ़ जाएंगे, फिर नीचे उतर कर लूप की तरह बाएं मोड़ते हुए कनेक्टर पर पहुंच जाएंगे।
-मेरठ-नजीबाबाद हाईवे के जिन वाहनों को मुजफ्फरनगर की तरफ जाना रहेगा वे अर्धगोलाकार ओवरब्रिज के नीचे से सीधे जाकर हल्का दाईं तरफ मुड़ेंगे, फिर दिल्ली-दून हाईवे पर पहुंच जाएंगे।
-मोदीपुरम से मुजफ्फरनगर की तरफ जाने वाले वाहन सीधे निकलेंगे, यानी व्यवस्था में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
इंटरचेंज के कारण किसी भी ओर के वाहनों को समस्या नहीं होगी
मेरठ-नजीबाबाद हाईवे से दिल्ली-दून हाईवे को जोड़ने के लिए चार लेन का कनेक्टर निर्माणाधीन है। इसके लिए दौराला नगर पंचायत के सामने इंटरचेंज बनाया जा रहा है। मुजफ्फरनगर की तरफ से मोदीपुरम की दिशा में आने वाले वाहनों को ओवरब्रिज के माध्यम से लाया जाएगा। इस इंटरचेंज के कारण किसी भी ओर के वाहनों को समस्या नहीं होगी। अमित प्रणव, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ |
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