तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, बस्ती। प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों और बीएलओ की मेहनत रंग लाने लगी है। एसआइआर यानी विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में बस्ती जिले की स्थिति 15वें स्थान पर है।अभियान में तेजी लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं।शहर की स्थिति खराब है। कुछ बीएलओ को दो-तीन वार्ड में जाना पड़ रहा है। जिन्होंने फार्म ले लिया है, वह भी जमा नहीं कर रहे हैं। इससे लेकर टीम को समस्या झेलनी पड़ रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अपर जिलाधिकारी प्रतिपाल सिंह चौहान ने बताया कि जिन लोगों का नाम दो विधान सभा क्षेत्रों की सूची में है, वह एक जगह का नाम अपनी स्वेच्छा से कटवा सकते हैं। समझाते हुए कहा कि मान लीजिए कोई सदर विधान सभा क्षेत्र का निवासी है और वह लखनऊ में बस गया है। दोनों जगहों पर बीएलओ से फार्म मिला होगा। यदि लखनऊ में आपका फार्म भर दिया गया है तो यहां बस्ती सदर में जो फार्म मिला है, उस पर इपिक नंबर यानी मतदाता पहचान पत्र संख्या अंकित करके संबंधित बीएलओ को लौटा दें।
ऐसा करने से आगे वह किसी भी कार्यवाही से बच जाएंगे। यदि वह ऐसा नहीं करते हैं और दो जगहों पर वह अपना एसआइआर करा लेते हैं तो ऐसी स्थिति में उनपर मुकदमा पंजीकृत हो सकता है। किसी भी कार्रवाई से बचने के लिए आवश्यक है कि एक जगह ही मतदाता बनें। सदर विधान सभा क्षेत्र के शहर में सर्वाधिक ऐसे मामले आ रहे हैं, जिसमें गणना प्रपत्र लेने के बाद लोग उसे जमा नहीं कर रहे हैं, उन्हें संबंधित बीएलओ को जल्द से जल्द जमा करना होाग।
बताया कि किसी भी तरह की असुविधा के लिए प्रशासनिक टीम से कोई भी सहयोग ले सकता है। गुरुवार को मुख्य राजस्व अधिकारी कृति प्रकाश भारती एवं उप जिलाधिकारी राजेश यादव ने शहर के बूथों का निरीक्षण कर एसआइआर के कार्यों की प्रगति जानी और आवश्यक सुझाव दिए।
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