प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत गुरुग्राम, अहमदाबाद, सूरत और नई दिल्ली में छापेमारी की। फाइल फोटो
न्यू गुरुग्राम (गौरव सिंगला)। एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) के पटना जोनल ऑफिस ने मंगलवार को गुरुग्राम, अहमदाबाद, सूरत और नई दिल्ली में छापेमारी की। ये छापेमारी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, 2002 के तहत की गई। छापेमारी के दौरान करीब ₹3.3 मिलियन कैश, डिजिटल डिवाइस, डायरी और कई जरूरी डॉक्यूमेंट्स मिले। ED ने बिहार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट की FIR के आधार पर जांच शुरू की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस मामले में पटना के कॉन्ट्रैक्टर ऋषि श्री और दूसरे लोग शामिल हैं। ऋषि श्री की फर्में बिहार सरकार के अलग-अलग डिपार्टमेंट्स, जैसे वॉटर रिसोर्स, हेल्थ, PHED, अर्बन डेवलपमेंट, BIDCO, एजुकेशन, बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन और रूरल वर्क्स के लिए कॉन्ट्रैक्टर/सबकॉन्ट्रैक्टर के तौर पर काम करती हैं। उन पर सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर गैर-कानूनी तरीके से टेंडर हासिल करने और पर्सनल फायदे उठाने का आरोप है।
इस मामले में पहले भी कई ट्रैवल एजेंट्स और सरकारी अधिकारियों के घरों पर छापेमारी हो चुकी है। इन ऑपरेशन के दौरान कुल ₹11.64 करोड़ कैश, कई जरूरी डॉक्यूमेंट्स और डिजिटल सबूत मिले। इसके अलावा, इस साल की शुरुआत में, ED ने ऋषि श्री, उनके परिवार और उनकी कंपनियों की ₹68.09 करोड़ की संपत्ति को प्रोविजनल तौर पर अटैच किया था। ED ने कहा है कि जांच जारी है। |