कार्यक्रम को संबोधित करते मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव। सौ-विभाग
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) की सफलता का श्रेय महिलाओं को जाता है। महिलाओं की मांग पर ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामाजिक हित और बेहतर भविष्य के लिए शराबबंदी कानून लागू लिया था।
बिहार में इस बार शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न होने में भी शराबबंदी का योगदान है। इसी कारण कोई हिंसक घटना नहीं हुई जिससे पहली बार पुनर्मतदान की नौबत नहीं आई।
ये बातें उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बुधवार को अधिवेशन भवन में आयोजित नशा मुक्ति दिवस के मौके पर कही।
मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सभी जिलों में किया गया। मंत्री ने कहा कि जब शराबबंदी लागू की गई तो शुरू में कई सवाल उठे।
राजस्व हानि को लेकर भी चिंता जताई गई लेकिन नेक इरादों के कारण सभी कठिनाइयों से निजात मिल गई। मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू करने का निर्णय आसान नहीं था।
चुनौती अब भी बरकरार है। आज सड़कों पर, पर्व-त्योहारों और शादियों में पहले जैसा शराब का माहौल नहीं दिखता। इस कानून से लोगों के स्वास्थ्य, सामाजिक व्यवस्था और आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार आया है।
विभागीय सचिव अजय यादव ने कहा कि राज्य में पुलिस बल, मोटर बोट, स्निफर डाग, ब्रेथ एनालाइजर और आधुनिक तकनीक के जरिए कानून का सख्ती से पालन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि देश में 47 प्रतिशत आबादी 25 वर्ष से कम आयु की है, जबकि बिहार में यह आंकड़ा 57 प्रतिशत है। इस दौरान विभाग के मंत्री और मुख्य सचिव ने जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मद्य निषेध प्रचार रथ और प्रचार बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जीविका दीदियों को 50.63 करोड़ का चेक मिला
कार्यक्रम में सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत जीविका दीदियों को 50 करोड़ 63 लाख रुपये का चेक दिया गया। अब तक इस योजना से दो लाख एक हजार 218 महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं।
इसके अलावा मद्य निषेध कानून की दिशा में उत्कृष्ट काम करने के लिए मद्य निषेध इकाई, पुलिस अधीक्षकों, निरीक्षकों और मोटर बोट प्रभारियों को प्रशस्ति पत्र, मेडल और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में किलकारी बाल गृह के बच्चों ने नशा मुक्ति पर गीत प्रस्तुत किया। इसके साथ ही पटना कला एवं शिल्प महाविद्यालय के छात्रों की शराब से दूर रहने का संदेश देने वाली चित्रकला-मूर्तिकला प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र रही।
मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. बी. राजेंद्र, मद्य निषेध के एडीजी अमित जैन, एससी-एसटी कल्याण विभाग के सचिव दिवेश सेहरा, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा, आयुक्त उत्पाद अंशुल अग्रवाल शामिल हुए। |