ग्रेटा थनबर्ग सहित हिरासत में कई कार्यकर्ता (रॉयटर्स)
डिजटल डेस्क, नई दिल्ली। गाजा के लिए खाद्य सामग्री लेकर जा रहे 40 छोटे जहाजों को गुरुवार को इजरायली नौसेना ने समुद्र में रोक दिया। इजरायल के इस कदम की विश्व भर में निंदा हुई है। इन जहाजों में 400 से ज्यादा मानवाधिकार कार्यकर्ता और पर्यावरणविद मौजूद हैं। इनमें कई देशों के सांसद और पर्यावरण के लिए कार्य करने वाली स्वीडिश नागरिक ग्रेटा थनबर्ग भी शामिल हैं। इन सभी को इजरायली बलों ने हिरासत में ले लिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
समुद्र में इजरायली नौसेना की कार्रवाई को इंटरनेट मीडिया के जरिये विश्व भर में लाइव दिखाया जा रहा है। इसमें हेलमेट और नाइट विजन चश्मे लगाए इजरायली सैनिक खाद्य सामग्री लदे जहाजों का रास्ता रोकते नजर आ रहे हैं।
ग्रेटा थनबर्ग सहित कई लोग हिरासत में
इजरायली विदेश मंत्रालय की ओर से जारी वीडियो में एक जहाज के डेक पर 22 वर्षीय ग्रेटा थनबर्ग इजरायली सैनिकों से घिरी दिखाई दे रही हैं। हिरासत में लिए जाने की आशंका से ग्रेटा के पहले से तैयार वीडियो स्टेटमेंट में कहा गया है कि उन्हें इजरायली बलों ने अपहृत कर लिया है और इच्छा के विरुद्ध अज्ञात स्थान पर ले जाया जा रहा है।
यह अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार मानवता के लिए हो रहे अहिंसक कार्य को बलपूर्वक रोकने की कार्रवाई है। गाजा जा रहे जहाजों को इजरायली युद्धपोतों ने घेरे में ले लिया है और माना जा रहा है कि इन्हें इजरायल के अशदोद बंदरगाह पर ले जाया जा रहा है।
यात्रियों को खतरनाक युद्ध क्षेत्र में जाने से रोका गया- इजरायल
इजरायली विदेश मंत्रालय ने एक्स पर दिए संदेश में कहा, सभी यात्री सुरक्षित और स्वस्थ हैं। वे पूरी सुरक्षा के बीच इजरायल ले जाए जा रहे हैं, वहां से उन्हें यूरोप भेज दिया जाएगा। इन यात्रियों को खतरनाक युद्ध क्षेत्र में जाने से रोका गया है। ग्लोबल समद फ्लोटिला नाम के इस अभियान के आयोजक ने कहा है कि कुल 443 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
एर्दोगन ने इजरायल के कदम की निंदा की
तुर्किये के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने इजरायल के कदम की निंदा की है। फ्लोटिला में शामिल तुर्किये के 24 नागरिकों को भी हिरासत में लिया गया है। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने हिरासत में लिए गए लोगों को अविलंब रिहा करने की मांग की है।
हिरासत में लिए गए दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों में पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के पौत्र निकोसी ज्वेलिवेली मंडेला भी शामिल हैं। इजरायली कार्रवाई के विरोध में इटली, ग्रीस, आयरलैंड, कोलंबिया, तुर्किये आदि में प्रदर्शन होने की जानकारी मिली है।
(समाचार एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें- \“हमास की नहीं होगी कोई भूमिका\“, युद्ध खत्म होने के बाद कैसे चलेगी सरकार राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने बताया |