आईडीबीआई बैंक मैनेजर ने की आत्महत्या, पारिवारिक कलह का शक
जागरण संवाददाता, सहरसा। शहर के रिफ्यूजी कॉलोनी कहरा ब्लॉक रोड स्थित आईडीबीआई बैंक के मैनेजर का शव मंगलवार की सुबह नया बाजार स्थित रह रहे किराए के बंद फ्लैट में फांसी के फंदे से लटका मिला। मैनेजर राकेश रौशन करीब डेढ़ वर्ष से सहरसा स्थित आईडीबीआई बैंक में कार्यरत थे और नया बाजार में डॉ. अरुण सिंह के मकान में किराए पर रह रहे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मंगलवार की सुबह काफी देर तक फ्लैट नहीं खुलने पर मकान मालिक को शक हुआ तो दरवाजा खटखटाया नहीं खुलने पर खिड़की से सिढ़ी लगाकर झांककर देखा तो मैनेजर का शव पंखा के सहारे फांसी के फंदा पर लटका हुआ था। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। वे मूल रूप से दरभंगा जिला के दरभंगा थाना क्षेत्र के बैटा चौक का रहने वाले थे।
वहीं, दोपहर में बैंक के कर्मी का फोन नहीं उठाने और घर वालों का बैंक कर्मी के पास फोन आने पर जब खोजते हुए कमरे पर पहुंचे तो पता चला कि वे आत्महत्या कर चुके हैं। बैंककर्मी से स्वजन का नंबर लेकर घटना के संबंध में परिवार वालों को सूचित किया गया।
परिवार वालों के आने के इंतजार में देर शाम तक वहां पुलिस तैनात रही और कमरा को नहीं खोला गया। वहीं देर शाम मैनेजर की पत्नी पूजा बच्चे और अन्य स्वजन के साथ सहरसा पहुंची। पत्नी का रोक-रोकर बुरा हाल था। वहीं फोरेंसिक टीम को बुलाकर कमरे को तोड़कर खोला गया। देखा गया कि उसके सिर और चेहरा में काला प्लास्टिक पहना हुआ था और प्लास्टिक के रस्सी का फंदा बना हुआ था। इसके बाद पुलिस जांच पड़ताल कर आगे की प्रक्रिया में जुटी।
जानकारी के अनुसार, मृतक बैंक मैनेजर की पत्नी रविवार को परिवार के सदस्य के शादी समारोह में बच्चे के साथ गोड्डा गई हुई थी। इस दौरान वे अकेले फ्लैट पर थे। सोमवार को भी बैंक गए और रात में लौटे थे। इसके बाद आखिर क्या हुआ कि वह फ्लैट में ही फांसी के फंदे पर लटक गया। वहीं, पत्नी से पूछताछ और मोबाइल जांच से खुलेगा घटना का पूरा राज।
मृतक के ससुर ने बताया कि मंगलवार को ही चचेरे भाई का बेटा का शादी था उसी में वह रविवार को गई हुई थी। सोमवार सुबह करीब नौ बजे फोन पर बात हुई थी बेटी का दामाद से। शादी के बीच दिनभर बात नहीं हुई थी। शाम में जब फोन लगाना शुरू की तो फोन बंद मिला। इसके बाद से फोन लगातार बंद था।
पारिवारिक उलझन में था फंसा:
मृतक मैनेजर राकेश रौशन सुपौल से स्थानांतरण होकर करीब डेढ़ साल पहले सहरसा में योगदान दिए थे। फोन पर मृतक की बहन ने बातचीत में बताया कि पत्नी के कारण वह परेशान रहता था। वर्ष 2017 में एक बच्चे की मां विधवा पूजा कुमारी ने उसे अपने जाल में फंसाकर उससे शादी किया था। वह दूसरे जात की थी बावजूद मेरा भाई उससे शादी किया।
उसके बाद से वह काफी परेशान रहता था। जब शादी हुई थी तो एक बच्चा था और एक चार माह का बच्चा कोख में भी था। शादी के बाद दो बच्चा हुआ है। अब उसका दो बेटी और एक बेटा था। पत्नी उसे घर वालों से अलग रखता था। कहीं आने-जाने नहीं देता था।
उसकी बहन ने बताया कि रविवार को फोन पर बातचीत में वह बताया था कि वह काफी घुटन महसूस कर रहा है। इस बात पर बहन ने उसे नौकरी छोड़कर घर आकर रहने की सलाह भी दी थी, लेकिन अचानक क्या हो गया कि वह आत्महत्या कर लिया यह उसके मोबाइल से ही राज खुलेगा या उसकी पत्नी ही बता पाएगी। मैनेजर राकेश रौशन के माता का निधन बचपन में ही हो गया था और पिता की मौत 2020 में हो गई थी। वह दो बहन औ एक भाई था। |