सांकेतिक तस्वीर।
संवाद सूत्र, जलालपुर। वर्षों से लंबित जलालपुर बाईपास परियोजना को शासन से स्वीकृति मिल चुकी है, लेकिन धन आवंटन न होने के कारण निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका है। नगरवासी, व्यापारी व सामाजिक संगठन अब वित्त मंत्री से धनराशि अवमुक्त करने की मांग तेज कर चुके हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नगर के मुख्य बाजार में हमेशा लगने वाले भीषण जाम ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सुबह-शाम के समय तो हालात इतने खराब हो जाते हैं कि आम रास्तों से गुजरना भी मुश्किल हो जाता है। एंबुलेंस, स्कूल वाहन और जरूरी सेवाएं तक कई बार जाम में घंटों फंस जाती हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता घनश्याम चौरसिया ने कहा कि जलालपुर की सबसे बड़ी समस्या जाम है। बाईपास स्वीकृत होने से उम्मीद जगी थी, लेकिन धन नहीं मिलने से परियोजना रुकी है। सरकार जल्द बजट जारी करे, ताकि जलालपुर को उक्त समस्या से छुटकारा मिल सके।
महेंद्र यादव ने बताया कि मुख्य बाजार से रोजाना भारी वाहन गुजरते हैं, जिससे न सिर्फ जाम लगता है, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। बाईपास बनने से नगर के व्यापार और आवागमन दोनों को फायदा होगा। सरकार को तत्काल धनराशि जारी करनी चाहिए।
तौहीद अहमद ने कहा कि बाईपास जलालपुर की हजारों जनता की जरूरत है। स्वीकृति मिलने के बाद भी यदि धन आवंटन न होने से कार्य शुरू नहीं हो रहा है, तो यह जनता के साथ अन्याय है। हम वित्त मंत्री से तुरंत बजट जारी करने की मांग करते हैं। लोगों का कहना है कि समय रहते बाईपास के निर्माण से जाम की समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी और नगर के विकास को नई दिशा मिलेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि शीघ्र ही सरकार इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाएगी। |