सॉफ्टवेयर अपग्रेडेशन के बाद तेजी से काम निपटने के चलते खाली पड़ा उपनिबंधक कार्यालय जेवर। जागरण
जागरण संवाददाता, जेवर। निबंधन और स्टांप विभाग ने सर्वर को एनआइसी से नेशनल गवर्नमेंट क्लाउड सर्वर पर हाल ही में शिफ्ट किया गया। अक्टूबर और नवंबर के शुरुआत में सर्वर में आ रही परेशानियों की वजह से जमीन खरीद फरोख्त करने वालों के अलावा दस्तावेज लेखक और निबंधन कार्यालय के कर्मचारी परेशान थे, लेकिन नेशनल गवर्नमेंट क्लाउड पर शिफ्ट होने के बाद शानदार काम कर रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रजिस्ट्री कार्यालय में प्रॉपर्टी खरीद फरोख्त करने पहुंच रहे लोगों को आनलाइन काम काज में किसी तरह की दिक्कत नहीं आ रही है। लोगों ने बताया कि अगर एक बैनामे में विक्रेता और खरीदार एक-एक हो तो एक मिनट में दो से तीन रजिस्ट्री हो रही हैं। अक्टूबर माह में रजिस्ट्री विभाग के पोर्टल पर सर्वर में तकनीकी खराबी के कारण दस्तावेज अपलोड, ओटीपी सत्यापन और टोकन जारी करने में दिक्कत आ रही थीं।
10 मिनट की प्रक्रिया के लिए दिन भर इंतजार करने के बाद लोग अपनी जमीन की रजिस्ट्री नहीं करा पा रहे थे। परेशान होकर लोग दो-तीन दिन तक रजिस्ट्री कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर थे। लोगों की समस्याओं को देखते हुए स्टांप और निबंधन विभाग ने सर्वर को एनआइसी से नेशनल गवर्नमेंट क्लाउड पर शिफ्ट करने का फैसला लिया था। जिसके चलते आठ से 11 नवंबर तक निबंधन कार्यालयों में सभी काम बंद रखे गए थे। लेकिन नेशनल गवर्नमेंट क्लाउड पर सर्वर के शिफ्ट होने के बाद रजिस्ट्रियों ने रफ्तार पकड़ी है।
ई-स्टांप से लेकर कागजात अपलोड से लेकर सत्यापन और स्लॉट बुक करने में न के बराबर समय लग रहा है। वहीं उपनिबंधक कार्यालय में एक मिनट में दो से तीन रजिस्ट्री हो पा रही हैं। पिछले पांच दिनों में जेवर उपनिबंधक कार्यालय में 457 रजिस्ट्री हुई हैं जिनसे सरकार को 1222.13 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ है। |