जागरण टीम, लखनऊ। निगोहां के बांक नाले में सोमवार को गिट्टी और मौरंग से भरी बोरियों में युवक का शव भर फेंका गया, ताकि शव नाले में ऊपर न आ सके। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची निगोहां पुलिस ने गोताखोर की मदद से शव बाहर निकाला। शव के गले पर कसाव के निशान थे। अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) दक्षिणी आर वसंत कुमार ने बताया कि शव शिनाख्त मोहनलालगंज निवासी अमित के रूप में की। दो दिन से लापता था, लेकिन गुमशुदगी नहीं दर्ज करवाई थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एडीसीपी ने बताया कि ग्रामीणों ने नाले में युवक का शव पड़ा देखा, तो डायल-112 पर सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस के साथ ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शव के साथ भरी हुईं दो बोरियां बंधी हुईं थी। पुलिस ने बोरियां खुलवाईं तो उसमें गिट्टी और मौरंग भरी हुई थी।
पुलिस ने शव की शिनाख्त कराने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। लोगों ने बताया कि युवक के गले पर कसाव का निशान भी था। ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त की है कि युवक की गला कसकर हत्या की गयी। उसके बाद शव को छिपाने के लिए दो बोरियों में गिट्टी-मौरंग भरकर बांधने के बाद बांक नाले फेंक दिया गया।
फोटो और सूचना इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित की गई तो मोहनलालगंज के राधाकृष्ण खेड़ा निवासी प्रेम और बेचा ने अपने भाई अमित के रूप में शिनाख्त की। पीड़ित भाइयों ने बताया कि अमित शनिवार से लापता था। दोनों भाई उसे खोज रहे थे, लेकिन कुछ पता नहीं चला था। वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि अमित नशे का आदी था। अक्सर नशे की हालत में घर से गायब हो जाता था। इसके बाद खुद ही लौट आता था।
पुलिस ने परिजन से बात की तो उन्होंने किसी पर आरोप नहीं लगाया। पुलिस रंजिश, लेनदेन और आशनाई समेत सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। |