ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। देश में हर महीने लाखों की संख्या में वाहनों की बिक्री की जाती है। इनमें से कई वाहनों के साथ लापरवाही बरती जाती है जिससे इनमें कई तरह की परेशानियां आ जाती हैं। ऐसी ही एक परेशानी इंजन ऑयल के कम होने की है। अगर आपकी कार में भी इंजन ऑयल की मात्रा कम हो जाए तो फिर किस तरह की परेशानी आ सकती हैं। जिसे ठीक करवाने में हजारों रुपये भी खर्च हो जाते हैं। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इंजन की उम्र कम होना
अगर कार के इंजन में ऑयल की मात्रा लगातार कम रहती है तो इससे इंजन के पार्ट की उम्र कम हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इंजन ऑयल जब कम मात्रा में होता है तो कार चलाते हुए इंजन के सभी पार्ट्स तक जरूरी मात्रा में ऑयल नहीं पहुंच पाता। जिससे वह एक दूसरे के साथ घर्षण करने लगते हैं। जिससे उनकी उम्र भी कम हो जाती है।
इंजन हो सकता है ओवरहीट
अगर कार में इंजन ऑयल की मात्रा कम रहती है तो इससे पार्ट्स को ज्यादा क्षमता से काम करना पड़ता है जिससे इंजन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगती है। लंबे समय तक ऐसा होने के कारण कार में इंजन ओवरहीट की समस्या भी आ सकती है।
सीज हो सकता है इंजन
अगर लंबे समय तक कार को कम मात्रा में इंजन ऑयल के साथ चलाया जाता है तो इससे इंजन सीज होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसा तब होता है जब लंबे समय से कार में कम इंजन ऑयल हो और लगातार कार को चलाया जा रहा हो। तब इंजन के जरूरी पार्ट लगातार घिसते रहते हैं जो बाद में अचानक इंजन सीज होने का कारण बन जाते हैं।
ठीक करवाने में खर्च
अगर एक बार ऐसा हो जाता है तो फिर कार को चलाना काफी मुश्किल हो जाता है। तब इंजन को ठीक करवाने में समय और पैसे दोनों खर्च करने पड़ते हैं।
कैसे करें बचाव
इंजन में ऑयल की मात्रा को हर कुछ दिनों में चेक करते रहना चाहिए। ऐसा करने पर आप न सिर्फ इंजन में कम ऑयल की परेशानी को ठीक कर सकते हैं बल्कि इससे आप हजारों रुपये भी बचा सकते हैं। |