निजी अस्पताल में डिलीवरी के तीन घंटे बाद महिला की मौत। सांकेतिक फोटो
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब। मुक्तसर के बठिंडा-कोटकपूरा बाईपास रोड पर स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती 27 वर्षीय गर्भवती महिला की आपरेशन के बाद हालत बिगड़ने से मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतका के स्वजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा किया और डाक्टर के खिलाफ नारेबाजी की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जवाहरवाला निवासी अमृतपाल सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी कुलविंदर कौर, जोकि गर्भवती थी, को डिलीवरी के लिए मुक्तसर के बठिंडा-कोटकपूरा बाईपास रोड स्थित एक नर्सिंग होम में लाया गया था। अमृतपाल सिंह ने आरोप लगाया कि कुलविंदर कौर के आपरेशन के दौरान डाक्टर ने लापरवाही बरती, जिसके कारण उसकी पत्नी की मौत हो गई। इस मौके पर अमृतपाल सिंह ने पुलिस को जानकारी देते हुए इंसाफ की मांग की है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मुक्तसर के सचिव डा. राजिंदर बांसल ने बताया कि वीरवार दोपहर करीब डेढ़ बजे अमृतपाल सिंह अपनी पत्नी को नर्सिंग होम लेकर आए थे। उस समय कुलविंदर कौर की हालत नाजुक थी और खून की कमी थी, जिसे परिजनों को बताया गया। उनकी सहमति के बाद कुलविंदर को पर्याप्त यूनिट खून चढ़ाने के बाद आपरेशन किया गया।
हालांकि, शरीर में कुछ दिक्कतों के कारण खून का प्रवाह बंद नहीं हो सका, जिसके चलते शाम पांच बजे कुलविंदर कौर की मौत हो गई। इस दौरान बच्चे को सुरक्षित बचा लिया गया। डा. राजिंदर बांसल ने बताया कि कुलविंदर कौर की डिलीवरी पांच साल पहले भी इसी नर्सिंग होम में हुई थी और उस समय परिजन संतुष्ट थे। इसलिए कुलविंदर को पुनः इसी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था।
डा. राजिंदर बांसल ने यह भी बताया कि अमृतपाल सिंह खुद ही आरएमपी डाक्टर थे, जिन्होंने कुलविंदर कौर को उनके गांव स्थित घर में खून चढ़ाया था, लेकिन नर्सिंग होम के डाक्टरों ने कुलविंदर कौर के इलाज और आपरेशन के दौरान कोई लापरवाही नहीं बरती। उन्होंने परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार किया है। |