प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : बिजली विभाग में संविदा लाइनमैन सुदेश यादव की करंट लगने से मृत्यु प्रकरण में अवर अभियंता नरेंद्र कुमार की लापरवाही सामने आई हैं। अधीक्षण अभियंता ने उन्हें निलंबित कर दिया है। जूनियर इंजीनियर्स संगठन ने अधीक्षण अभियंता को पत्र देकर इसका विरोध किया। निलंबन वापस न होने पर 25 नवंबर को विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनीं दी। परौर क्षेत्र के गांव प्रथ्वीपुर निवासी सुदेश यादव कलान बिजलीघर में संविदा लाइनमैन लाइनमैन थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सुदेश उपभोक्ताओं की सूचना पर 15 नवंबर को बिजलीघर से शटडाउन लेने के बाद नगर पंचायत कलान के मुहल्ला बालाजी नगर में खंभे पर चढ़कर फाल्ट ठीक कर रहे थे। करंट लगने से वह नीचे गिर गए थे। 17 नवंबर को इलाज के दाैरान उनकी मृत्यु हो गई थी। स्वजन ने मुरादाबाद फर्रुखाबाद मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया था। स्वजन ने बिना अनुमति के शटडाउन देने समेत कई गंभीर आरोप लगाते हुए दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। एसडीओ संजय कुमार ने जांच कराकर कार्रवाई का भरोसा दिया था।
अधीक्षण अभियंता जागेश कुमार ने संबंधित अवर अभियंता नरेंद्र कुमार की लापरवाही मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। जांच रिपोर्ट में कहा गया कि लाइनमैन सुरक्षा उपकरण के साथ फाल्ट ठीक कर रहे थे। सर्विस केबल खींचने पर सड़क की दूसरी तरफ 11 केवी देवकली ग्रामीण फीडर के संपर्क में आ गई। जिससे उनको करंट लग गया था। दिल्ली ले जाते समय लाइनमैन की मृत्यु हो गई। रिपोर्ट में कहा गया कि बिना अवर अभियंता की अनुमति के शटडाउन लेने व अन्य लापरवाही बरतने पर अवर अभियंता को निलंबित कर दिया गया।
उन्हें विद्युत उपकेंद्र पुवायां से सम्बद्ध किया गया है। वहीं जूनियर इंजीनियर्स संगठन के सचिव कृष्ण कुमार समेत कई अवर अभियंता अधीक्षण अभियंता से मिले। उन्होंने पत्र देकर निलंबन को गलत बताया। कहा 24 नवंबर तक निलंबन वापस न होने पर 25 नवंबर को दोपहर बाद धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद आगे निर्णय लिया जाएगा।
जांच रिपोर्ट में अवर अभियंता की लापरवाही मिलने पर निलंबित किया गया था। अवर अभियंताओं ने अपना पक्ष रखा है। उच्चाधिकारियों से इस संबंध में वार्ता कर आगे निर्णय लिया जाएगा।
- जागेश कुमार, अधीक्षण अभियंता
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