दिल्ली के 10वीं के छात्र आत्महत्या मामले में पुलिस ने सहपाठियों के बयान किए दर्ज।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजेंद्र नगर मेट्रो से कूदकर आत्महत्या करने वाले 10वीं कक्षा के छात्र के स्वजन और दोस्तों ने शुक्रवार को भी स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने छात्र को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि स्कूल को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और उन्होंने सरकार से छात्रों के लिए मानसिक स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों को मजबूत करने का आग्रह किया। वहीं, शुक्रवार को पुलिस ने छात्र के सहपाठियों के बयान दर्ज किए। मेट्रो पुलिस के मुताबिक, शनिवार को आरोपित शिक्षिकाओं से पूछताछ की जाएगी।
प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों ने दावा किया कि उन्हें पता था कि छात्र की हालत ठीक नहीं है, फिर भी उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया। इसी लापरवाही ने उसे ऐसा कदम उठाने पर मजबूर किया। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाते हुए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की।
छात्र के चाचा चंद्रशील धवन ने कहा कि सरकार द्वारा गठित उच्च-स्तरीय समिति को निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए और स्कूलों के शिक्षकों के साथ नियमित और सार्थक संवाद सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए यह आसान समय नहीं है। उन्हें कई तरफ से दबाव का सामना करना पड़ता है और शिक्षकों को उनके भावनात्मक दबाव को समझने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ धैर्य और संवेदनशीलता से पेश आना चाहिए। बता दें कि 10वीं कक्षा के छात्र ने मंगलवार दोपहर 2.34 बजे राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन के प्लेटफार्म से छलांग लगा दी थी। छात्र ने सुसाइड नोट में चार शिक्षिकाओं पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। |