पलवल के बामडियाका गांव में मामूली कहासुनी के बाद एक परिवार पर हथियारबंद हमला।
जागरण संवाददाता, पलवल। बामडियाका गांव में मामूली कहासुनी के चलते दर्जनभर से अधिक लोगों ने अवैध हथियारों के साथ घर में घुसकर परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मामले में बामडियाका गांव के रहने वाले तेजपाल ने सदर थाना पलवल में दी शिकायत में बताया कि 16 नवंबर 2025 की शाम को उनका बेटा संदीप और भतीजा दीपक स्कूटी से कहीं जा रहे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रास्ते में मुख्य अनिल ने शराब के नशे में अपनी गाड़ी स्कूटी के आगे अड़ा दी। जब संदीप ने टोका तो अनिल ने गालियां देनी शुरू कर दीं। शोर सुनकर तेजपाल मौके पर पहुंचे तो अनिल की पत्नी ममता घर से लाठी लेकर आई और मारपीट शुरू हो गई।
तेजपाल ने किसी तरह अपने बच्चों को समझा-बुझाकर घर ले आए और 112 डायल किया, लेकिन पुलिस देर से पहुंची। इसी बीच 15 मिनट बाद ही 15 लोग हथियारबंद होकर तेजपाल के भाई किरण के घर में घुस आए और अंधाधुंध हमला बोल दिया। संदीप, रोहित, सोनू ममता, सुरेंद्र सुंदर ने उनपर हमला बोल दिया।
आरोपितों ने पिस्तौल निकालकर हवा में लहराई और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ितों का आरोप है कि गांव के मौजूदा सरपंच ऋषिराज ने खुलेआम आरोपितों का पक्ष लिया और कहा कि वह कोई कार्रवाई नहीं होने देगा, प्रशासन उसके हाथ में है।
घायलों को पहले पलवल सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। इलाज अभी जारी है। पुलिस ने तेजपाल की शिकायत पर सभी 15 नामजद आरोपितों के विरुद्ध मारपीट, जानलेवा हमला, घर में घुसकर हमला, आपराधिक धमकी और आर्म्स एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। |