हापुड़ चुंगी स्थित सीजीएसटी कार्यालय। जागरण
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। सीजीएसटी (केंद्रीय बिक्री कर और उत्पाद शुल्क) गाजियाबाद टीम ने कर अपवंचन के सबसे बड़े मामलों में से एक का खुलासा करते हुए 255 करोड़ के फर्जी जीएसटी इनवाइस रैकेट का सफलतापूर्वक पर्दाफाश किया है। संगठित नेटवर्क के जरिये बिना किसी वास्तविक माल की आपूर्ति के फर्जी बिल जारी किए जा रहे थे और इनका उपयोग कर करीब 45.84 करोड़ की अवैध आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) वसूली में किया गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
स्थानीय पुलिस के साथ सीजीएसटी टीम ने मैसर्स सनशाइन स्टील के मालिक शाकिब कुरैशी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। सीजीएसटी टीम ने गाजियाबाद की मैसर्स सनशाइन स्टील की निगरानी की। जांच के दौरान यह सामने आया कि पूरे रैकेट का संचालन 14 अस्तित्वहीन और कागज़ों पर बनी फर्जी कंपनियों के माध्यम से किया जा रहा था।
इन सभी फर्मों को मैसर्स सनशाइन स्टील के प्रोपराइटर शाकिब कुरैशी ने ही खड़ा किया था। जांच में सामने आया कि इन फर्मों का निर्माणकर्ता और वास्तविक संचालक भी वही था। इन फर्जी कंपनियों के नाम पर जीएसटी पंजीकरण करवाकर उसने कागजो में ही व्यापारिक लेन-देन दिखाया और भारी मात्रा में जाली बिल जारी किए।
फर्जी बिलों के माध्यम से खरीदारों को बिना किसी वास्तविक खरीद के आईटीसी का लाभ मिल रहा था, जिससे करोड़ों रुपये के राजस्व नुकसान हुआ। दस्तावेजों और लेन-देन की गहन पड़ताल में यह पूरा फर्जी नेटवर्क सामने आया। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस की सहायता से उसे गिरफ्तार किया गया।
सीजीएसटी अधिकारियों ने बताया कि आरोपी शाकिब कुरैशी को सीजीएसटी एक्ट 2017 की धारा 69 के तहत गिरफ्तार किया है। उस पर लगे आरोप धारा 132 के तहत दंडनीय अपराध की श्रेणी में हैं, जिसके अनुसार उसे न्यायिक हिरासत के लिए सक्षम न्यायालय में पेश किया गया। अधिकारियों ने बताया कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है और इसमें शामिल लोगों की भी गिरफ्तारी की जाएगी। शाहनवाज अली |