पुरानी गाड़ियों पर सरकार ने बढ़ाई फिटनेस टेस्ट फीस।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। परिवहन मंत्रालय ने 20 वर्ष से अधिक पुराने सभी मोटर वाहनों के लिए फिटनेस टेस्ट शुल्क बढ़ा दिया है। इसमें सात गुना तक वृद्धि की गई है। सरकार ने कुछ महीने पहले ही पुराने वाहनों का नवीनीकरण शुल्क बढ़ाया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने फिटनेस टेस्ट के लिए तीन स्पष्ट आयु वर्ग निर्धारित किए हैं। इनमें 10-15 वर्ष, 15-20 वर्ष और 20 वर्ष से अधिक वाले वाहन शामिल हैं। एक बड़ा बदलाव यह है कि अब वाणिज्यिक वाहन 15 वर्ष की आयु के बजाय 10 वर्ष की आयु से ही उच्च शुल्क स्लैब में आ जाएंगे, जिससे अधिक वाहन कड़े नियमों के दायरे में आ जाएंगे।
फिटनेस टेस्ट शुल्क कितना बढ़ाया
20 वर्ष से अधिक पुराने हल्के मोटर वाहनों के लिए फिटनेस टेस्ट शुल्क 10,000 से बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दिया गया है। अधिसूचना में 20 वर्ष से अधिक पुराने ट्रकों और बसों के लिए फिटनेस टेस्ट शुल्क में भारी वृद्धि की गई है। अब उन्हें 3,500 रुपये की बजाय 25,000 रुपये का भुगतान करना होगा। इसी आयु वर्ग के मध्यम वाणिज्यिक वाहनों के लिए अब 20,000 रुपये और 20 वर्ष से अधिक पुराने हल्के मोटर वाहनों के लिए फिटनेस टेस्ट की फीस 15,000 रुपये होगी।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था ये आदेश
20 वर्ष से अधिक पुराने दोपहिया वाहनों के लिए फिटनेस टेस्ट शुल्क भी 600 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया गया है। परिवहन मंत्रालय ने इस साल अगस्त में अपनी पिछली अधिसूचना में पुराने वाहनों के नवीनीकरण शुल्क में वृद्धि की थी। अगस्त में, सुप्रीम कोर्ट ने अधिकारियों को एनसीआर में 10 साल से अधिक पुराने डीजल वाहनों और 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल वाहनों के मालिकों के खिलाफ जबरदस्ती कार्रवाई न करने का आदेश दिया था।
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