SIR में लापरवाही बरतने पर तीन BLO सस्पेंड।
संवाद सूत्र, बाराबंकी। गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) में शुरुआती दौर से लापरवाही बरती जा रही थी। अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे थे, यही कारण था कि समय पर न बीएलओ को प्रशिक्षण दिया गया और न ही मतदाता गणना प्रपत्र पहुंचे। जैसे-तैसे पत्रक बीएलओ तक पहुंचे भी, लेकिन उनका वितरण शिथिलता की भेंट चढ़ गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अब जिलाधिकारी ने संज्ञान लेकर तीन बीएलओ को निलंबित और 82 का वेतन रोक दिया है। वहीं, मॉनीटरिंग न करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने निर्वाचन कार्य में लापरवाही पाए जाने पर बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) पर कार्रवाई की है। ड्यूटी में रुचि न लेने, गणना प्रपत्र वितरण में शिथिलता एवं निर्वाचन निर्देशों की अवहेलना पाई गई है।
जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन कार्य राष्ट्रीय दायित्व है। इसकी अवहेलना किसी भी दशा में स्वीकार नहीं की जाएगी। जो भी शिथिलता बरतेंगे, उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई तय की जाएगी।
एसआईआर में ड्यूटी न करने वाले बीएलओ व पूर्व माध्यमिक विद्यालय बड़गांव मसौली की सहायक अध्यापक सीमा वर्मा, कंपोजिट विद्यालय कमियार पूरेडलई के शिक्षक देवाशीष, मसौली के बघौरा की सहायक अध्यापक अनीता रावत को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडेय ने डीएम के आदेश पर निलंबित कर दिया है।
20 शिक्षामित्र व 44 सहायक अध्यापकों व 18 अनुदेशक का वेतन बाधित किया है। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी मतदाता गणना प्रपत्र को सही-सही भरकर समय से बीएलओ के पास जमा कर दें, ताकि किसी पात्र नागरिक का नाम सूची से न छूटे।
उन्होंने जनपद के सभी मतदाताओं, जनप्रतिनिधियों, पर्यवेक्षकों एवं बीएलओ से अभियान को सफल बनाने के लिए सक्रिय सहयोग की अपील की।
मतदाता सूची से हटेंगे एक से अधिक जगह दर्ज नाम
देवा में पंचायत चुनाव में इस बार कोई भी दो जगह मतदान नहीं कर पाएगा। चुनाव आयोग ने ब्लाक क्षेत्र में 31 हजार संभावित डुप्लीकेट मतदाता चिह्नित किए गए हैं। जिनके नाम एक से ज्यादा पंचायतों की सूची में दर्ज हैं।
इन मतदाताओं का घर-घर सत्यापन कर डुप्लीकेट मतदाताओं के हटाने की प्रक्रिया चल रही है। ब्लॉक में 15 कंप्यूटर ऑपरेटर इस काम में लगे हैं।
बीडीओ डॉ. नेहा शर्मा ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चलते सूची के सत्यापन का काम जोरों पर है। 20 हजार मतदाताओं का सत्यापन किया जा चुका है। |