जागरण संवाददाता, नरकटियागंज (पश्चिम चंपारण)। नरकटियागंज से विशुनपुरवा गई बरात में अचानक खुशियों का माहौल मातम में बदल गया। जयमाला की तैयारी चल ही रही थी कि कुछ ही दूरी पर एनएच पर दर्दनाक सड़क हादसे की खबर मिलने से कोहराम मच गया। तेज रफ्तार कार ने अनियंत्रित होकर दर्जनाधिक बरातियों को रौंद दिया, जिसमें दूल्हे के मामा और नेपाल के रहने वाले फूफा की मौके पर ही मौत हो गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हादसे की सूचना जैसे ही नरकटियागंज के लालीगढ़ी स्थित दूल्हे सोनू कुमार के घर पहुंची, वहां का माहौल चीख-पुकार में बदल गया। घर की महिलाएं दहाड़ मारकर रोने लगी।
उधर, शादी के अगुआ और दूल्हे के मामा तथा फूफा की मौत की खबर ने पूरे परिवार को झकझोर दिया। मृतकों में नेपाल के कलेया थाना क्षेत्र के भवली चौक एकवनिया निवासी सत्यनारायण महतो के पुत्र हरिशंकर कुशवाहा (40), शिकारपुर थाना क्षेत्र के टेढ़ीकुईया निवासी राजेश प्रसाद भी शामिल हैं।
भीषण टक्कर, कई उछलकर गिरे दूर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बरात लौटने की तैयारी में दो दर्जन से अधिक लोग वाहनों के पास जमा थे। कुछ वाहन सड़क के किनारे होने के कारण बराती उस पर सवार हो रहे थे। इसी दौरान अचानक तेज रफ्तार कार असंतुलित होकर भीड़ में घुस गई। टक्कर इतनी तेज थी कि कई लोग उछलकर दूर जा गिरे। बताया गया कि हादसे से कुछ देर पहले एक चालक और एक बराती के बीच कहासुनी और हाथापाई भी हुई थी।
बहूभोज रद, पंडाल में सन्नाटा
दूल्हे के घर सोमवार को रिसेप्शन का आयोजन होना था। इसके लिए पंडाल और सजावट पूरी कर ली गई थी। मगर हादसे के बाद माहौल पूरी तरह मातमी हो गया। स्वजनों ने रिसेप्शन कार्यक्रम रद कर दिया। घर के दरवाजे पर लगा पंडाल अब पूरी तरह सुनसान पड़ा है।
दूल्हे सोनू कुमार ने बताया कि शादी तो किसी तरह पूरी कर ली, लेकिन रात एक बजे ही भारी मन से हम लोग घर लौट आए। इस खुशी की तैयारी एक साल से थी, वह अचानक दुख में बदल गई।
एक साल से तय थी शादी, कई रस्में हो चुकी थीं पूरी
लालीगढ़ी निवासी विनोद कुशवाहा के इकलौते बेटे सोनू की शादी एक वर्ष पूर्व ही तय कर दी गई थी। इंगेजमेंट समेत अन्य सभी रस्में खुशी के साथ पूरी हो चुकी थीं। बरात नियत समय पर निकली और वधू पक्ष के दरवाजे पर समय से पहुंच भी गई थी। लेकिन अचानक हुए हादसे ने दोनों परिवारों की खुशियां पलभर में छीन लीं।
मृत स्कॉर्पियो चालक के घर में कोहराम
लालीगढ़ी से विशुनपुरवा गई बरात हादसे में शिकारपुर के टेढ़ीकुईया गांव निवासी उमेश महतो के पुत्र एवं स्कॉर्पियो चालक राजेश महतो की मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही उनका शव गांव पहुंचा, घर में मातम पसर गया।
मृतक की पत्नी पूनम देवी, मां गीता देवी और बहन चंदा देवी दहाड़ मारकर रोने लगीं। राजेश ही परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। उसके पिता उमेश महतो लकवा से ग्रस्त हैं। राजेश को चार बच्चे हैं। मासूम बच्चों देख लोगों की आंखें नम हो गईं।
मृतक की मां गीता देवी ने बताया कि राजेश रविवार की शाम चार बजे बारात में गया था। देर रात परिवार को सूचना मिली कि उसे ठोकर लग गई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अगली सुबह उसकी मौत की खबर पहुंची। |