एसआईआर को लेकर बुलाई गई बैठक। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार चुनाव के बाद कांग्रेस पूरा फोकस मतदाता सूची पर करेगी। मध्य प्रदेश में आगामी दो माह के कार्यक्रम तय करने के लिए मंगलवार को दिल्ली में प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की बैठक बुलाई गई है। इसमें अब तक एसआईआर को लेकर हुए काम का ब्योरा दिया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उधर, प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया कि घर-घर गणना पत्रक का वितरण ना करके एक जगह रख दिए जा रहे हैं और मतदाताओं पर दबाव बनाया जा रहा है कि वे वहां से लेकर भर दें। मध्य प्रदेश समेत देश के 12 राज्यों में एसआईआर का काम चल रहा है। प्रदेश में चार दिसंबर तक बूथ लेवल एजेंट (बीएलओ) को घर-घर सर्वे करके गणना पत्रक देने हैं और भरवाकर वापस लेने हैं।
जिला अध्यक्षों को सौंपी गई ये जिम्मेवारी
कांग्रेस ने इसे लेकर जिला, ब्लॉक और विधानसभा प्रभारी नियुक्त करने के साथ ही 1,047 संगठनात्मक ब्लाक की जिम्मेदारी एक-एक नेता को देने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि प्रत्येक बूथों पर पार्टी ने बीएलए नियुक्त कर दिए हैं। इनकी निगरानी के लिए जिला प्रभारी और जिला अध्यक्षों को लगाया गया है।
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में होने वाली बैठक में घर-घर सत्यापन से लेकर कार्य योजना तय होगी। साथ ही प्रत्येक जिले में इसे लेकर बड़े कार्यक्रम भी किए जाएंगे, जिससे माहौल बने।
बीएलओ मतदाताओं को दें गणना पत्रक
उधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को दिए ज्ञापन में आरोप लगाया कि बीएलओ मतदाताओं को गणना पत्रक नहीं दे रहे हैं। जबकि, नियमानुसार उन्हें घर-घर जाकर इनका वितरण करना है। बीएलओ गणना पत्रक एक ही स्थान पर रखकर भाजपा के नेताओं को दे देते हैं और बीएलओ मतदाताओं से कह रहे हैं कि वे अपने गणना पत्रक खोज कर ले जाएं।
पार्टी ने मांग की है कि सभी बीएलओं को आदेशित किया जाए कि वे अभी तक जितने गणना पत्रक मतदाताओं को वितरित किए गए है, उसकी जानकारी उपलब्ध कराएं।
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