ग्राहकों को ओटीपी बताने पर मिलेगा घरेलू सिलेंडर।
संवाद सूत्र, गोंडा। घरेलू गैस सिलेंडरों का व्यावसायिक क्षेत्रों में खपत रोकने के लिए गैस कंपनियों ने ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) व्यवस्था लागू की है। इसमें गैस सिलेंडर बुक कराने के बाद उपभोक्ता को छह अंक का ओटीपी दिया जाएगा। हाकर गैस सिलेंडर लेकर ग्राहक के घर पहुंचेगा, तो वह उनसे बुकिंग के समय दिया गया ओटीपी पूछेगा। यह मैच होने के बाद ही वह संबंधित उपभोक्ता को सिलेंडर वितरित करेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस नई व्यवस्था लागू होने से घरेलू गैस सिलेंडर की कालाबाजारी रुकेगी। साथ ही पांच लाख से अधिक घरेलू कनेक्शन धारकों को उनके हिस्से का सिलेंडर सही समय पर मिल सकेगा। हालांकि यह व्यवस्था पूरी तरह से लागू नहीं हाे पाई है लेकिन भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम व इंडियन आयल कंपनियों ने इस व्यवस्था की शुरूआत करते हुए 50 प्रतिशत उपभोक्ताओं पर लागू कर दिया है।
शत-प्रतिशत ई केवाईसी न होने के कारण यह व्यवस्था पूरी तरह से लागू नही हो पाई है लेकिन, धीरे-धीरे सभी गैस उपभोक्ताओं के लिए अनिवार्य किया जाएगा। उपायुक्त खाद्य एवं रसद विजय प्रभा ने बताया कि ओटीपी व्यवस्था लागू होने से उपभोक्ताओं को सिलेंडर समय पर आसानी से मिलने लगेगा।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम से सिलेंडरों की आपूर्ति प्रभावित
हिंदुस्तान पेट्रोलियम में उत्पादन प्रभावित होने के कारण प्रतिदिन आपूर्ति नही मिल पा रही है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर किल्लत के रूप में भुगतना पड़ रहा है। जिले में इस कंपनी की दस गैस एजेंसियां है, जिनमें करीब 80 हजार उपभोक्ताओं ने कनेक्शन ले रखे हैं। एक माह से इन्हें समय से गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है। सिलेंडरों की खेप आते ही उपभोक्ताओं की भीड़ लग रही है।
हालांकि पेट्रोलियम कंपनी से विक्रय अधिकारी सूरज शुक्ल ने सिलेंडरों की किल्लत से इनकार करते हुए कहा कि 90 प्रतिशत घरेलू गैस उपभोक्ताओं को सिलेंडर समय से मिल रहा है। बस दस प्रतिशत उपभोक्ता की दिक्कत है। साथ ही अतिरिक्त सिलेंडर नहीं मिल रहे हैं। यह स्थिति आपूर्ति कम मिल पाने के कारण आई है लेकिन, अब यह व्यवस्था भी पटरी पर आ रही है।
- जिले में कुल गैस कनेक्शन धारक- 5.5 लाख
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम की कुल गैस एजेंसी- 10
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम से जुड़े उपभोक्ता- 80000
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