चुनाव आयोग। (फाइल)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद भी को मुद्दा बना रही कांग्रेस की हर आशंका का चुनाव आयोग जवाब देने की तैयारी में है। कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ ही पार्टी ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से बिहार की 30 सितंबर को प्रकाशित की गई अंतिम मतदाता सूची और मतदान के बाद जारी मतदाताओं की संख्या में हुई तीन लाख की बढ़ोतरी को लेकर सवाल उठाए थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इन सवालों का चुनाव आयोग ने जवाब दिया है और बताया कि नामांकन की अंतिम तिथि के 10 दिन पहले तक कोई भी पात्र व्यक्ति आवेदन देकर मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वा सकता है।
10 दिन पहले तक जुड़वा सकते हैं नाम
चुनाव आयोग ने बताया कि छह अक्टूबर को बताई गई 7.42 करोड़ मतदाताओं की संख्या 30 सितंबर को जारी अंतिम मतदाता सूची के आधार पर है, जबकि निर्वाचन नियमों के अनुसार चुनाव की घोषणा के बाद प्रत्येक चरण में नामांकन की अंतिम तारीख से 10 दिन पहले तक कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए आवेदन कर सकता है।
ऐसे में एक अक्टूबर से दोनों चरणों के नामांकन की अंतिम तारीख के 10 दिन पहले तक पात्र आवेदन की जांच कर नियमानुसार तीन लाख नाम और जोड़ गए। बढ़ी हुई मतदाताओं की संख्या का उल्लेख आयोग ने मतदान के बाद दिए ब्योरे में किया है।
बिहार में मतदातओं की कुल संख्या 7.45 करोड़
गौरतलब है कि कांग्रेस से सवाल उठाए थे कि जब 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के समय बिहार में मतदाताओं की कुल संख्या 7.42 करोड़ थी तो फिर मतदान के बाद इनकी संख्या बढ़कर 7.45 करोड़ कैसे हो गई।
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