प्रेसवार्ता करते पदाधिकारी
संवाद सहयोगी, जागरण, पूरनपुर। इंडिया नेपाल बार्डर पर मतांतरण के विरूद्ध अभियान चलाकर घर वापसी करने वाले आल इंडिया सिख पंजाबी वेलफेयर काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरपाल सिंह जग्गी ने प्रेसवार्ता की। राय सिखों को अनुसूचित का दर्ज दिए जाने की मांग उठाई। साथ ही मतांतरण के खेल को लेकर सिख सभाओं और गुरूद्वारों से आगे आने को कहा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शनिवार को नगर के गुरूद्वारा श्री गुरू सिंहसभा पहुंच राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि काउंसिल का मुख्य उद्देश्य सिख समाज का विकास, सुरक्षा एवं सामाजिक समस्याओं का निराकरण हैं। बीते कई वर्षों से लोगों का जबरन मतांतरण लालच और अंधविश्वास के आधार पर किया जा रहा था। 22 फरवरी से वर्तमान समय तक इसे प्रभावी तरीके से रोकने पर काउंसिल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
नेपाल बार्डर से सटी 12 ग्राम पंचायत में बसे लोगों को विदेशी साजिश के तहत मतांतरण को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एसपी अभिषेक यादव और डीएम ज्ञानेंद्र सिंह के सहयोग से समाप्त किया गया। सूबे के कृषि मंत्री सरदार बलदेव सिंह औलख भी सभा कर चुके हैं। उनके प्रयास से पूरे क्षेत्र में विकास कार्यों का शुभारंभ हो चुका है।
16 अक्टूबर को गुरुद्वारा बैल्हा नानकनगरी में सिख एवं हिंदू परिवारों ने शपथ पत्र देकर स्वेच्छा से घर वापसी की। काउंसिल निरंतर प्रयास कर रही है कि इन परिवारों को शिक्षा, समाज और रोजगार की मुख्यधारा से जोड़ा जाए। राय सिख अनुसूचित जाति वर्ग से हैं। पंजाब और हरियाणा में इन्हें अनुसूचित जाति का दर्जा प्राप्त है।
यूपी के मुख्यमंत्री इन्हें अनुसूचित जाति का दर्जा प्रदान करते हैं, तो यह निश्चित ही ऐतिहासिक निर्णय होगा। काउंसिल डीएम पीलीभीत को ज्ञापन देने जा रही है। साथ ही, जाट सिखों को ओबीसी प्रमाण पत्र प्राप्त करने में आ रही समस्याओं के समाधान के लिए संस्था की तरफ से हाईकोर्ट लखनऊ बैंच में विधिक लड़ाई भी लड़ी जा रही है।
जो परिवार स्वेच्छा से घर वापसी कर चुके उनके दीर्घकालिक पुनर्वास के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार सुविधाओं का मजबूत होना अत्यंत आवश्यक है। नेपाल बार्डर क्षेत्र विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के घोर अभाव से पीड़ित है। काउंसिल की मांग है कि वाइब्रेट योजना को शीघ्र लागू किया जाए। कृषि मंत्री की तरफ से घोषित सभी योजनाओं को तेजी से धरातल पर उतारा जाए।
वन्यजीवों के हमलों के कारण पशुओं एवं कई स्थानों पर मानव हानि हो रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अभी आठ सौ परिवारों ने घर वापसी की है। लेकिन मतांतरित करीब तीन हजार लोग हैं। इसमें सभी सिंह सभाओं और गुरूद्वारों सहित सभी वर्गों को बढ़ चढ़कर आगे आने चाहिए। गुरुद्वारा अध्यक्ष सरदार रणजीत सिंह एवं नानकमता कमेटी के एडवाइजर सरदार सुखदेव सिंह ने भी संबोधित कियिा।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष हरपाल सिंह राणा, जिलाध्यक्ष परमजीत सिंह पीजी, बलजीत सिंह खैहरा, गुरदयाल सिंह, छिंदर सिंह, सतनाम सिंह, बब्बू सिह, अमरीक सिंह, अवधेश कुमार आदि मौजूद रहे।
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