माओवादी संगठन को बड़ा झड़का (सांकेतिक तस्वीर)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तेलंगाना माओवादी संगठन को एक और बड़ा झटका लगा है। राज्य की स्टेट कमेटी के दो शीर्ष नेताओं सहित कुल आठ माओवादियों ने वारंगल पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
हालांकि, पुलिस की ओर से अभी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है, लेकिन सूत्रों के अनुसार ये सभी माओवादी दो दिन पहले ही गुपचुप तरीके से समर्पण कर चुके थे। सोमवार को इसकी आधिकारिक घोषणा होने की संभावना है।
बीकेएसआर डिवीजन कमेटी के सचिव ने किया सरेंडर
आत्मसमर्पण करने वालों में सबसे प्रमुख नाम कोय्यादी संबय्या उर्फ आजाद का है। आजाद बीकेएसआर डिवीजन कमेटी के सचिव रह चुके हैं और दशकों तक माओवादी संगठन में रणनीतिक भूमिका निभाई है। आजाद की संगठन में प्रभाव और पकड़ बेहद मजबूत मानी जाती थी। इसके अलावा, अब्बास नारायण उर्फ रमेश, जो माओवादी तकनीकी टीम के प्रभारी थे, ने भी आत्मसमर्पण किया। रमेश लंबे समय से रामागुंडम क्षेत्र में सक्रिय थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आजाद का कमेटी के शीर्ष नेताओं से चल रहा था मतभेद
सूत्रों का कहना है कि आजाद और स्टेट कमेटी के शीर्ष नेता दामोदर के बीच लंबे समय से चल रहे मतभेद और अंदरूनी टकराव इस आत्मसमर्पण का बड़ा कारण है। आजाद मुलुगु जिले के मोद्दुलागुडेम गांव के निवासी हैं।
माओवादी नेटवर्क को बड़ा झटका
यदि पुलिस की ओर से पुष्टि होती है, तो यह कदम तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा क्षेत्र में सक्रिय माओवादी नेटवर्क के लिए गंभीर झटका माना जाएगा और संगठन की कार्यप्रणाली पर इसका व्यापक असर पड़ने की संभावना है।
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