प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। साइबर शातिरों के चंगुल से बचाने के लिए पुलिस लोगों को जागरूक कर रही है। लेकिन इसके बाद भी लोग मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में लाखों की रकम गवां रहे है।
साइबर क्राइम थाने में पांच दिनों में पांच पीड़ितों के खाते से 30 लाख रुपये से अधिक की रकम धोखाधड़ी कर रकम उड़ाने का मामला सामने आया है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
केस वन - ट्रेडिंग में छूट का लालच देकर 9.48 लाख उड़ाए
थाना उत्तर में तिलक नगर निवासी देवेंद्र प्रताप सिंह एक निजी संस्थान में नौकरी करते हैं। उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई है कि स्वाऊबेरी नामक कंपनी से एक लिंक मिला। जिसमें ट्रेडिंग छूट का का प्रलोभन दिया। इसके बाद कई मोबाइल नंबर पर 9,48,000 रुपये आनलाइन स्थानांतरित करवा लिए। जब उन्होंने लाभ रकम मांगी तो उनसे आयकर के 20 प्रतिशत और रकम की मांग की गई। तब उन्हें ठगी का पता चला और तहरीर दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
केस दो - गोल्ड ट्रेडिंग के नाम पर 8.94 लाख की ठगी
थाना उत्तर क्षेत्र में बाग छिंगामल, आगरा गेट शिवम बंसल ने प्राथमिकी दर्ज कराई है कि फरवरी में एक नंबर से मैसेज आया और गोल्ड ट्रेडिंग का झांसा दिया गया। शुरू में प्राफिट निकाल कर रकम जमा करता गया। लेकिन जब 8,94,152 रुपये अलग-अलग खाते से जमा किया। इसके बाद रकम निकालने का प्रयास किया तो और रकम जमा करने की बात कही गई। तब उन्हें ठगी का पता चला और साइबर क्राइम थाने में तहरीर दी।
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केस तीन− वेब डेवलेपर की नौकरी का झांसा देकर 7.95 लाख की ठगी
लाइनपार में नगला रती निवासी अंकुश कुमार ने तहरीर दी है कि एक अंजान से व्हाटसएप पर जोड़ा गया। इसके बाद एक कंपनी का लिंक भेज कर आईडी बनाई। बताया गया कि बेव डपलपर का काम है। इसके बदले सैलरी दी जाएगी। इसके बाद उनसे कई खातों में अलग-अलग तिथियों पर 7,95, 885 रुपये स्थानांतरित करवा लिए। जब उन्हें ठगी का पता चला तो प्राथमिकी दर्ज करवाई।
केस चार− टेलीग्राम पर आनलाइन का काम के बहाने से 6.76 लाख हड़पे
एका में नगला कृपी निवासी केशव बाबू ने तहरीर दी है कि उन्हें एक टेलीग्राम ग्रुप में जोडा गया। फाइव स्टार होटल को रिवियू करने की बात कही गई। इसके बदले दो सौ रुपये प्रति टास्क देने की बात कही। शुरू में उन्हें दो सौ, एक हजार रुपये मिलते रहे। इसके बाद नए प्राइवेट ग्रुप में जोडा गया और एक वेवसाइट का लिंक देकर ट्रेडिंग रजिस्ट्रेशन कराकर रकम भेजा। शुरू में उन्हें यहां भी रकम देकर भरोसा जीता गया। इसके बाद शातिरों ने उन्हें लाभ अधिक होना का झांसा देकर कई बार में 6,76,861 लाख रुपये जमा करवा लिए तो फोन उठाना बंद कर दिया।
केस पांच− निवेश का झांसा देकर ठगी
शिकोहाबाद में ओमनगर बुढरई निवासी अवनीश कुमार ने तहरीर दी है कि उन्हें एक व्हाटएप ग्रुप पर जोड़ा गया। इसमे निवेश के टिप्स दिए गए। इसके बाद एप डाउनलोड कराया गया। उन्होंने निवेश किया। जब और रकम निवेश से मना कर दिया तो व्यक्तिगत लोन के लिए मजबूर किया। लोन लेकर उन्होंने टास्क पूरा कर दिया। इसके बाद भी उन्हें टास्क पूरा करने की रकम नहीं दी गई।
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