संवाद सूत्र, चौसाना। जिले में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान को बीएलओ ही पलीता लगा रहे हैं। घर-घर पहुंचकर सत्यापन और फार्म वितरण के बजाए वह विद्यालय में ही मतदाताओं को बुलाकर फार्म दे रहे हैं, वहीं विद्यालय के बच्चों से इस कार्य में मदद भी ली जा रही है। पूरे प्रकरण का आठ सेकेंड का वीडियो गुरुवार को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ। इसके बाद आनन-फानन में अधिकारियों ने मामले में जांच बैठा दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मतदाताओं के सत्यापन, पात्रता और पारदर्शिता के लिए विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान चार नवंबर से शुरू हो चुका है। जिला निर्वाचन अधिकारी अरविंद कुमार चौहान के स्पष्ट आदेश हैं कि घर-घर पहुंचकर मतदाताओं का सत्यापन किया जाए, लेकिन इसके उलट बीएलओ मनमर्जी कर रहे हैं।
झिंझाना क्षेत्र के गांव चौसाना में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बीएलओ की ड्यूटी कर रहे शिक्षक घर-घर जाकर कार्य करने के स्थान पर ग्रामीणों को ही स्कूल में बुला रहे हैं। दूसरी ओर छात्रों की मदद से फार्म की छंटनी का काम भी करा रहे हैं।
दरअसल, चौसाना में भाग संख्या चार, पांच, छह, सात, आठ और नौ पर एसआइआर का कार्य चल रहा है। ग्रामीण इकबाल, इरफान, कुर्बान, रिजवान आदि ने आरोप लगाया है कि भाग संख्या आठ के बीएलओ इसरार अहमद को छोड़कर कोई भी बीएलओ घर पर नहीं जा रहे हैं।
बीएलओ द्वारा स्कूल में ग्रामीणों को बुलाकर एसआइआर के फार्म देने व स्कूली बच्चों से कार्य कराने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होन के बाद ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। वीडियो में दिखाई देने वाली शिक्षिका चौसाना के प्राथमिक स्कूल में पढ़ाती है। शिक्षकों की लापरवाही से एसआइआर का मखौल उड़ रहा है।
बीएलओ को घर-घर पहुंचकर एसआइआर का कार्य करना है। बीएलओ का प्रभारी राजस्व लेखपालों को नियुक्त किया गया है। प्रकरण संज्ञान में नहीं आया है। यदि ऐसा है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। - संदीप त्रिपाठी, एसडीएम ऊन
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