मंदिरों और मस्जिदों में बाल विवाह रोकथाम के पोस्टर
संवाद सूत्र, मशरक (सारण)। सारण में नारायणी सेवा संस्थान द्वारा बाल विवाह जैसी गंभीर सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से एक विशेष जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत प्रखंड के विभिन्न मंदिरों और मस्जिदों पर बाल विवाह रोकथाम से संबंधित पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं, जिससे अधिक से अधिक लोगों तक इस महत्वपूर्ण संदेश को पहुंचाया जा सके। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नारायणी सेवा संस्थान के समन्वयक अखिलेंद्र सिंह ने बताया कि बाल विवाह करना या कराना कानूनन अपराध है, जिसके लिए दोषियों को दो वर्ष तक की सजा और एक लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बाल विवाह में शामिल पंडित, हजाम, माता-पिता, रिश्तेदार, बिचौलिया, मौलवी या कोई भी व्यक्ति कानून के तहत दंडनीय माना जाएगा।
saharsa-general,chandika sthan viratpur,saharsa historical temple,mahabharat pandavas worship,chinnamastika idol viratpur,bihar temple history,ancient indian temples,religious tourism bihar,pal dynasty sculptures,sonvarsha raj temples,Bihar news
अखिलेंद्र सिंह ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर पोस्टर और बैनर लगाने का मुख्य उद्देश्य है कि समाज के हर वर्ग तक यह महत्वपूर्ण संदेश पहुंचे और लोग इस गंभीर अपराध के प्रति सजग हों। संस्थान द्वारा यह अभियान चरणबद्ध तरीके से पंचायत स्तर तक ले जाया जाएगा, जिससे व्यापक स्तर पर जागरूकता फैलाई जा सके।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में टुन्ना तिवारी, उपेंद्र तिवारी, कृष्णा गिरि, रबिंद्र दास, उमेश गिरि, रामेश्वर गिरि, योगेंद्र पांडेय समेत अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। नारायणी सेवा संस्थान का यह प्रयास क्षेत्र में सराहना का विषय बना हुआ है और लोगों में जागरूकता की सकारात्मक लहर देखी जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के जागरूकता अभियान से समाज में बाल विवाह जैसी कुरीतियों को रोकने में मदद मिलेगी। संस्थान के इस कदम को ग्रामीण क्षेत्रों में काफी प्रशंसा मिल रही है और लोग इस पहल का समर्थन कर रहे हैं। नारायणी सेवा संस्थान का लक्ष्य है कि समाज को जागरूक करके बाल विवाह को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके और बच्चों के अधिकारों की रक्षा की जा सके। |