शराबी पति के कहने पर उसके दोस्तों ने उसकी पत्नी और बच्चों को घर से निकालने की कोशिश की।
जागरण संवाददाता, हापुड़। सिंभावली थाना क्षेत्र के गांव वैठ में शराबी पति के कहने पर उसके दोस्तों ने उसकी पत्नी और बच्चों को घर से निकालने की कोशिश की। विरोध करने पर मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। इसके बावजूद पीड़िता न्याय के लिए संघर्ष कर रही है। उसने पुलिस अधीक्षक (एसपी) से शिकायत की है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गांव वैठ निवासी नगमा ने अपनी शिकायत में बताया कि वह चार बेटियों की मां है। उसका पति इसरार लंबे समय से नशे की लत का शिकार है। वह घर नहीं चलाता था, बस उससे झगड़ा करता था। उसके पति ने दूसरी शादी कर ली और उसे और उसके बच्चों को छोड़ दिया।
गांव वैठ स्थित मकान का मालिकाना हक उसके बेटे अनवर के पास है, लेकिन बिजली का कनेक्शन उसके पति के नाम पर है। यही मकान पीड़िता और उसकी बेटियों का आखिरी सहारा है। 25 सितंबर 2025 की रात करीब 9 बजे इसरार अपने पांच दोस्तों को बुलाकर ले गया। पांचों आरोपी घर में घुस आए और उसे जबरन घर से निकालने की कोशिश की। विरोध करने पर, उन्होंने उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। मारपीट के दौरान, पीड़िता की नाक से खून बहने लगा।
घटना की जानकारी मिलने पर, पीड़िता के पड़ोसी नदीम और बकर मदद के लिए दौड़े। हमलावरों ने उन पर भी जानलेवा हमला किया। बकर गंभीर रूप से घायल हो गया और मौके पर ही बेहोश हो गया, जबकि नदीम की एक उंगली टूट गई।
आरोपियों ने पुलिस को सूचना देने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। स्थानीय लोगों ने बकर को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए, उसे 27 सितंबर को दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
28 सितंबर को, पीड़िता ने हिम्मत जुटाई और शिकायत दर्ज कराने थाने गई। हालाँकि, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस अधीक्षक (एसपी) ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि थाने को मामले की जाँच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। |