सांकेतिक तस्वीरें।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। वाहनों पर जाति व धर्म लिखकर रौब झाड़ने में अलीगढ़ के लोग आगे हैं। यातायात माह में इस मामले को लेकर मंडल के चारों जिलों में हुई कार्रवाई में यह जिला टॉप पर आया है।
हाथरस में इन बीते 10 दिनों में एक भी वाहन ऐसा नहीं मिला, जिस पर इस तरह की कोई हरकत की गई हो। मंडल में 171 ऐसे दो पहिया व चार पहिया वाहनों पर कार्रवाई की गई है।
मोटर व्हीकल एक्ट 177 के तहत तो यह नियमों का उल्लंघन है ही, इसके साथ ही हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी वाहनों पर धर्म, जाति या ऐसा कोई चिह्न लिखने पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए थे।
यातायात माह में पुलिस प्रशासन ऐसे वाहनों पर नजर रखने के लिए अभियान चला रही है। प्रतिदिन नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर चालान व सीज किए जाने की कार्रवाई भी हो रही है।
इसमें ऐसे वाहन भी सामने आ रहे हैं, जिनमें नंबर प्लेट या अन्य जगहों पर धर्म व जाति लिखा हुआ मिला। ऐसे वाहनों पर 2000 व विशेष मामलों में इससे अधिक का चालान भी किया जा रहा है।
मंडल के चारों जिलों में अलीगढ़ तो शीर्ष पर है ही, इसके साथ ही दूसरे नंबर पर कासगंज और तीसरे नंबर पर एटा के लोग भी इस रौब को दिखाते सामने आए हैं।
एसपी ट्रैफिक प्रवीण कुमार यादव का कहना है, जातिसूचक शब्द भेदभाव व विभाजन को बढ़ावा देते हैं। सुरक्षा के लिहाज से भी ठीक नहीं है। इसीलिए इसे मोटर व्हीकल एक्ट के तहत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन भी माना गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
किस जिले में कितनी कार्रवाई
- अलीगढ़, 98
- कासगंज, 42
- एटा, 31
- हाथरस, 0
कीमती है जान, उल्लंघन को न बनाओ शान
यातायात माह में पुलिस प्रशासन की ओर से प्रतिदिन ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है। पिछले 11 दिनों में जिले में 40 हजार से अधिक वाहनों पर कार्रवाई की गई है।
इसके बावजूद लोगों में सुधार होता नहीं दिख रहा है। लोग बिना हेलमेट के तो चल ही रहे हैं, साथ ही एक बाइक पर तीन व उससे अधिकर लोगों को भी बैठा ले रहे हैं।
चलती स्कूटी व बाइक पर फाेन पर बात करना और इस स्थिति में बच्चों को लेकर भी चिंतित न होने के दृश्य सामने आ रहे हैं। टीआइ वीएस शुक्ल ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर प्रतिदिन कार्रवाई की जा रही है।
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