जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। दिल्ली मार्ग स्थित गागन नदी का दशकों पुराना पुल अब इतिहास बन गया है। सेतु निगम के ठेकेदार ने इस पुराने पुल को तोड़ दिया है। इसी सप्ताह में नए पुल को बनाए जाने का काम शुरू हो जाएगा। चार अक्टूबर को पुल तोड़े जाने का कार्य शुरू हुआ था और अब ठेकेदार की मशीनें अंतिम जर्जर ढांचे को पूरी तरह ध्वस्त करने में जुटी हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुराने पुल की जगह अब 18.40 करोड़ रुपये की लागत से लंबा, चौड़ा और आधुनिक पुल बनाया जाएगा, जो अगले वर्ष (2026) में तैयार होने की उम्मीद है। सेतु निगम के इंजीनियरों के अनुसार पूरा ढांचा हटाने में करीब एक माह से अधिक का समय लगा है। पुल के दोनों छोर पर यातायात को रोकते हुए बैरिकेडिंग और डायवर्जन लागू कर दिया गया है।
ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली रोड पर वैकल्पिक मार्ग से गुजारा जा रहा है। पुल के टूटने के साथ ही दिल्ली रोड पर सारा यातायात अब पास के दूसरे पुल से डायवर्ट कर दिया गया है। यानी अगले एक वर्ष तक दिल्ली रोड का ट्रैफिक सिर्फ एक पुल पर निर्भर रहेगा। इससे जाम और धीमी रफ्तार की समस्या आम होगी।
सेतु निगम के डीपीएम शशिकांत के अनुसार नया पुल 18.40 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होगा। इसी सप्ताह नए पुल का निर्माण शुरू हो जाएगा। शासन ने इसकी मंजूरी 29 मार्च 2025 को दी थी और निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण कार्य निगम को सौंपा गया। नया पुल पुराने पुल की तुलना में अधिक लंबा (90 मीटर) और चौड़ा (10.5 मीटर) होगा।
इसे भारी वाहनों के अनुकूल बनाया जाएगा। इसमें आधुनिक तकनीक और उच्च गुणवत्ता के मटीरियल का उपयोग किया जाएगा ताकि पुल भविष्य के ट्रैफिक दबाव को भी झेल सके। हालांकि एक वर्ष तक दिल्ली रोड पर यात्रियों को कठिनाई उठानी पड़ेगी, लेकिन 2026 तक नया पुल बन जाने पर यह मार्ग न सिर्फ सुरक्षित और सुगम होगा, बल्कि मुरादाबाद के औद्योगिक संपर्क को भी नई गति मिलेगी।
बारिश और जलस्तर ने टाल दिया था काम
पुल को पहले ही ध्वस्त किया जाना था, लेकिन इस साल मानसून के दौरान गागन नदी में जलस्तर बहुत बढ़ गया था। नदी में महीनों तक पानी भरा रहने से सेतु निगम को इंतजार करना पड़ा। अब पानी घटने और मौसम सामान्य होने के बाद काम तेज गति से शुरू किया गया है। स्थानीय लोगों का मानना है कि जाम की परेशानी कुछ महीनों तक जरूर रहेगी, लेकिन नया पुल बनने के बाद सफर बेहद आसान हो जाएगा। दिल्ली रोड से रोज माल भेजना मुश्किल होगा। देरी से डिलीवरी होने पर छोटे उद्योगों पर असर पड़ेगा। प्रशासन को ट्रैफिक व्यवस्था मजबूत करनी चाहिए।
नए पुल से यह फायदे होंगे
सेतु निगम के मुताबिक गागन नदी पर बनने वाला नया पुल सिर्फ ढांचागत नहीं, बल्कि यातायात सुधार का बड़ा कदम साबित होगा। 10.5 मीटर चौड़ाई के कारण एक साथ कई लेनों में वाहन गुजर सकेंगे। जाम की समस्या घटेगी। नया स्ट्रक्चर ट्रक, बस और कंटेनर वाहनों का भार झेलने में सक्षम होगा। 90 मीटर लंबाई के कारण पुल पर वाहनों को बार-बार धीमा नहीं होना पड़ेगा। गति बनी रहेगी। बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए पुल का डिजाइन आने वाले 30 वर्षों तक की आवश्यकता को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। चौड़ाई अधिक होने से एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसे वाहनों का आवागमन बाधित नहीं होगा। |