डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्र प्रथम की भावना में उत्साह, उमंग और उल्लास से सराबोर जन। अगणित हाथों में लहराता तिरंगा। वंदे मातरम और भारत माता की जय के बारंबार तरंगित होते उच्च स्वर। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच पुष्प वर्षा की निर्बाधित श्रृंखला। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में गोरखपुर शहर सोमवार को इस अपूर्व और नयनाभिराम दृश्य का साक्षी बना। अवसर था भारत रत्न, लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती समारोह के उपलक्ष्य में निकाली गई एकता यात्रा का।
प्रदेश के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में 25 नवंबर तक निकलने वाली एकता यात्रा का शुभारंभ मुख्यमंत्री ने अपने गृह विधानसभा क्षेत्र गोरखपुर शहर से किया। नगर निगम परिसर से गीता वाटिका के पास विशंभर पाठक पार्क तक निकली इस यात्रा में देशभक्ति की बयार बही तो एकता का उद्घोष भी खूब गूंजा। सीएम योगी गोलघर काली मंदिर के पास सरदार पटेल चौराहे तक खुद इस पदयात्रा का नेतृत्व करते रहे।
एकता यात्रा का शुभारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वप्रथम नगर निगम परिसर में स्थापित अपने गुरुदेव राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन अवेद्यनाथ जी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पार्चन कर उन्हें नमन किया।
इसके बाद उन्होंने नगर निगम के पार्क में रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रथम स्वातंत्र्य समर की इस वीरांगना के राष्ट्र के प्रति योगदान को याद किया। तत्पश्चात मंच पर पहुंचकर उन्होंने भारत माता और वंदे मातरम के रचयिता बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की।
मंच पर अपने संबोधन से सरदार पटेल और वंदे मातरम से जुड़े आख्यानों के जरिये उपस्थित जनसमूह का मार्गदर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री ने नगर निगम के बाहर, टाउनहाल पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एकता यात्रा का शुभारंभ किया।
एकता यात्रा में सीएम के साथ जलशक्ति मंत्री और जनप्रतिनिधिगण साथ साथ कदम बढ़ा रहे थे। इस यात्रा में अपार जनसमूह शामिल हुआ। इसमें अधिकतर लोग हाथों में तिरंगा झंडा लहराते हुए चल रहे थे। जैसे जैसे यात्रा आगे बढ़ती रही, पूरा मार्ग राष्ट्रीय ध्वज के रंगों से प्रतिबिंबित होता रहा।
एकता यात्रा में वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे देशभक्ति के ज्वार का माहौल बना रहे थे। टाउनहाल से लेकर पटेल चौराहा गोलघर काली मंदिर तक सड़क के किनारे पहले से मौजूद हर उम्र वर्ग के लोगों, विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक, व्यापारिक संगठनों के लोगों ने जयघोष के बीच पुष्प वर्षा कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया।
सीएम ने मुस्कुराते हुए सभी का अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान गोलघर में गांधी आश्रम के पास एक बालक अपने हाथ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का चित्र लिए खड़ा था। मुख्यमंत्री ने उसे पास बुलाया और चित्र लेकर उसे ढेर सारा आशीर्वाद दिया।
एकता पदयात्रा के मार्ग पर चार स्थानों जलकल बिल्डिंग के सामने, गांधी आश्रम, बलदेव प्लाजा और काली मंदिर के समीप कलाकारों के दल ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
यात्रा के काली मंदिर पहुंचने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंदिर में मां काली और अन्य देव विग्रहों का दर्शन पूजन किया। इसके बाद उन्होंने मंदिर के सामने चौराहे पर स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और यात्रा को गन्तव्य के लिए रवाना किया।
एकता यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 31 अक्टूबर को रन फॉर यूनिटी के रूप में राष्ट्रीय एकता दौड़ का आयोजन प्रदेश के हर जिले में हुआ था।
जयंती समारोह के उपलक्ष्य में सरदार पटेल के व्यक्तित्व, कृतित्व से जुड़े कार्यक्रम स्वदेशी, स्वावलंबन और राष्ट्रीय एकता की चुनौतियों पर व्यापक जनजागरण कर रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेश के सभी जिलों में सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में स्वदेशी, स्वावलंबन और राष्ट्रीयता की भावना से आज से एकता यात्रा शुरू हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें प्रसन्नता है कि सरदार पटेल के संघर्ष और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान का स्मरण कराने वाली इस यात्रा में उन्हें गुरु गोरखनाथ की धरा पर शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने कहा था कि स्वतंत्रता केवल आजाद रहने के लिए नहीं है बल्कि यह जिम्मेदारी से राष्ट्र की सेवा करने के लिए है। साथ ही उन्होंने यह संदेश भी दिया था कि जिस देश का युवा जागृत रहेगा, उस देश को कोई गुलाम नहीं बना सकता। |